इलेक्ट्रॉनिक्स के सन्दर्भ में, किसी इलेक्ट्रॉनिक परिपथ के विभिन्न बिन्दुओं पर पूर्वनिर्धारित वोल्टता स्थापित करने के लिए आवश्यक प्रबन्ध करना अभिनति या बायसिंग (Biasing) कहलाता है। समुचित अभिनति के बिना इलेक्ट्रॉनिक परिपथ ठीक से काम नहीं करते, या यों कहें कि अभिनत करने पर इलेक्ट्रॉनिक परिपथ बेहतर ढंग से कार्य करते हैं। मोटे तौर पर बायसिंग का अर्थ है- किसी इलेक्ट्रॉनिक परिपथ में सही मान वाला डीसी वोल्टेज लगाना तथा उपयुक्त मान वाले अन्य अवयव लगाना ताकि उस परिपथ में मौजूद बीजेटी, मॉसफेट, या अन्य सक्रिय अवयव सही ऑपरेटिंग अवस्था में रहते हुए सिगनल का ठीक ढंग से प्रसंस्करण (प्रोसेसिंग) कर सकें।

ट्रांजिस्टर की 'फिक्स्ड बायसिंग' - जो एक सरलतम बायसिंग है।
ट्रांजिस्टर की 'वोल्टेज विभाजक बायसिंग' - जो अधिकांशतः उपयोग की जाती है।

इन्हें भी देखें संपादित करें