अली बहादुर का जन्म 1758 ईस्वी में हुआ था और 3 वर्ष की उम्र में उनके पिता शमशेर बहादुर प्रथम की मोत पानीपत के तृतीय युद्ध में हो गई थी।उसके बाद उन्होंने कई सारे मराठा सरदारों की सहायता से बुंदेलखंड के बड़े हिस्से पर अपना प्रभुत्व स्थापित किया। उनकी माता का नाम मेहराम बाई था 1802 ईसवी में करीब 43 वर्ष की अवस्था में उनकी मृत्यु हो गई उनके बाद उनके पुत्र शमशेर बहादुर जी ने मराठों का साथ देना जारी रखा और अंग्रेजो के खिलाफ दूसरे आंग्ल मराठा युद्ध में मराठों का सहयोग किया अली बहादुर पेशवा बाजीराव के पोते एवं मस्तानी के पोते थे। बाद में अली बहादुर के वंशज अली बहादुर द्वितीय ने 1857 की क्रांति में रानी लक्ष्मीबाई के साथ युद्ध लड़ा और अंग्रेजो के खिलाफ सैन्य लड़ाई की।