उड्ड्यन का इतिहास (Aviation history) उड्डयन संबंधी यांत्रिक युक्तियों के विकास का इतिहास है। यह पतंगों, ग्लाइडर आदि से शुरू होकर सुपरसॉनिक विमानों एवं अंतरिक्ष यानों तक जाता है।

वैमानिक शास्त्र, संस्कृत पद्य में रचित एक ग्रन्थ है जिसमें विमानों के बारे में जानकारी दी गयी है। इस ग्रन्थ में बताया गया है कि प्राचीन भारतीय ग्रन्थों में वर्णित विमान रॉकेट के समान उड़ने वाले प्रगत वायुगतिकीय यान थे। यही विमान के बाारे में लििखा पहली किताब है

1250 रोजर बैकन यांत्रिक उड़ान के बारे में लिखा

1485-1500 लिओनार्डो डा विंची ने उड़ने वाली मशीन व पैराशूट की डिजाइन की।

1783 - मंटगाल्फियर बंधुओं ने प्रथम हवा से हल्की (lighter-than-air) यान बनाया ([[गुब्बारा)

1895 - भारत में मिले दस्तावेज यह बताते हैं कि भारत ने बहुत बड़ा विमान बनाया तथा उसे मुंबई के चौपाटी के समुद्रतट पर उड़ाया, यह हवाई जहाज 1500 फिट ऊपर उड़ा और फिर निचे गिर गया। जिस भारतीय वैज्ञानिक ने यह करिश्मा किया था उसका नाम था शिवकर बापूजी तलपडे

1903 - ओर्विल राइट और विल्बर राइट (Orville and Wilbur Wright) ने पहला सफल स्वतः अग्रगामी (self-propelled) वायुयान उड़ाया।[1]

1909 - लूई ब्लेरिओट ने मोनोप्लेन द्वारा इंगलिश चैनेल पार किया।

1918 - अमेरिकी डाक विभाग ने हवाई डाक सेवा आरम्भ की।

1924 - प्रथम बार उडकर विश्व का चक्कर

1933 - बोइंग 247 बना

1947 - ध्वनि से भी तेज विमान 'चक यीगर' (Chuck Yeager)

1958 - अमेरिका का पहला कृत्रिम उपग्रह इक्सप्लोरर-१ कक्षा में स्थापित of Trustees

1969 - नील आर्मस्ट्रांग और एल्ड्रिन एल्विन चन्द्रमा पर चलने वाले प्रथम व्यक्ति बने।

1971 - नासा का मैरिनर 9 ने मंगल ग्रह की परिक्रमा की। यह किसी दूसरे ग्रह की पहली परिक्रमा थी।

1971 - बोइंग 747 की पहली वाणिज्यिक उड़ान (न्यूयॉर्क से लंदन)

1981 - प्रथम अंतरिक्ष शटल की उड़ान

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Telegram from Orville Wright in Kitty Hawk, North Carolina, to His Father Announcing Four Successful Flights, 1903 दिसम्बर 17". World Digital Library. 1903-12-17. मूल से 25 जुलाई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-07-21.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें