ऍप्सिलन कराइनी, जिसका बायर नामांकन भी यही नाम (ε Car या ε Carinae) है, कराइना तारामंडल में स्थित एक द्वितारा है। इसका पृथ्वी से देखा गया औसत सापेक्ष कांतिमान (यानि चमक का मैग्निट्यूड) +१.८६ है और यह पृथ्वी से लगभग ६३० प्रकाश-वर्ष की दूरी पर स्थित है। यह पृथ्वी से दिखने वाले सबसे रोशन तारों में से एक है।[1]

कराइना तारामंडल में ऍप्सिलन कराइनी तारा
ऍप्सिलन कराइनी द्वितारे के दोनों तारों का काल्पनिक चित्रण

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ऍप्सिलन कराइनी को "ऐवियर" (Avior) भी कहा जाता है। यह नाम १९३० के दशक में ब्रिटेन की वायुसेना के गढ़ा था।

वर्णन संपादित करें

ऍप्सिलन कराइनी एक द्वितारा है:

  • इसका ऍप्सिलन कराइनी ए (ε Car A) कहलाने वाला मुख्य तारा एक K0 III श्रेणी का नारंगी दानव तारा है, जो अपने जीवन के अंतिम चरणों में आकर बहुत फूला हुआ है। इसका द्रव्यमान (मास) हमारे सूरज के द्रव्यमान का १० गुना है और इसका व्यास (डायामीटर) सूरज के व्यास का १७० गुना है। इसकी निहित चमक (निरपेक्ष कान्तिमान) हमारे सूरज की १०,००० गुना है और सतही तापमान केवल ४,१०० कैल्विन है।
  • इसका ऍप्सिलन कराइनी बी (ε Car B) कहलाने वाला साथी तारा एक B2 V श्रेणी का नीला बौना तारा (यानि मुख्य अनुक्रम तारा) है। यह एक अत्यंत गरम तारा है और इसका सतही तापमान २४,००० कैल्विन है। इसका द्रव्यमान सौर द्रव्यमान का ८ गुना और व्यास सौर व्यास का ४.५ गुना है। इसकी चमक हमारे सूरज की चमक की लगभग ३,००० गुना है।

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. David J. Darling. "The universal book of astronomy: from the Andromeda Galaxy to the zone of avoidance". Wiley, 2004. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780471265696. मूल से 9 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 अक्तूबर 2011.