कराइना खगोलीय गोले के दक्षिणी भाग में दिखने वाला एक तारामंडल है। यह कभी आरगो नौका तारामंडल में शामिल होता था लेकिन अब वह तारामंडल तीन हिस्सों में बाँट दिया गया है। रात के आसमान का दूसरा सब से रोशन तारा, अगस्ति, इसमें शामिल है।[2]

कराइना तारामंडल
Carina constellation
तारामंडल

तारों की सूची
संक्षिप्त रुप Car
दायाँ आरोहण 06h 02m 59.7365s–11h 20m 37.4211s[1] h
दिक्पात -50.7545471°–-75.6840134°[1]°
क्षेत्र 494 sq. deg. (34th)
मुख्य तारे 9
बायर तारे 52
बहिर्ग्रह वाले तारे 11
3.00m से चमकीले तारे 6
10.00 पारसैक (32.62 प्रकाशवर्ष) परिधि के तारे 1
सबसे_चमकीला_तारा अगस्ति तारा (α Car, Canopus) (−0.72m)
निकटतम तारा ऍलऍचऍस 288 तारा
(14.64 प्रव, 4.49 पसै)
मॅसिये वस्तुएँ 0
उल्का बौछारें
तारामंडल
(सीमा से सटे)
अक्षांश +20° और −90° के बीच दृश्यमान।
सबसे उत्तम दृश्य 21:00 (रात्रि 9 बजे) मार्च के महीने में।

अन्य भाषाओं में संपादित करें

अंग्रेज़ी में कराइना तारामंडल को "करैना कॉन्स्टॅलेशन" (Carina constellation) लिखा जाता है। कराइना लातिनी भाषा का लफ़्ज़ है और इसका अर्थ है "किश्ती का पेंदा (यानि आधार)"। फ़ारसी में इसे "शाहतख़्ता" (شاه‌تخته‎) और अरबी में इसे "अल-क़ायदा" कहा जाता है - इन दोनों का अर्थ "आधार" ही होता है।

कराइना में खगोलीय वस्तुएँ संपादित करें

रात्री के आकाश में आकाशगंगा (हमारी गैलेक्सी) का फैलाव इस तारामंडल से गुज़रता है इसलिए इसमें बहुत से खुले तारागुच्छ देखे जा सकते हैं। हर साल आकाश में कराइना के क्षेत्र में एटा कैरिनिड्स नाम की उल्कापिंडों की बौछारें देखी जा सकती हैं जो सब से ज़्यादा जनवरी २१ के आसपास होती हैं।

भविष्य संपादित करें

 
दक्षिणी आकाशीय ध्रुव तारामण्डल कराइना से होकर गुजरता है।

कराइना दक्षिणी आकाश है जो दक्षिण खगोलीय ध्रुव के बहुत निकट है जो इसे दक्षिणी गोलार्द्ध पर कभी अस्त (परिध्रुविय) नहीं होता है।

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  2. Wilkins, Jamie; Dunn, Robert (2006). 300 Astronomical Objects: A Visual Reference to the Universe (1st ed.). Buffalo, New York: Firefly Books. ISBN 978-1-55407-175-3.