काला ताज महल (हिन्दी: काला ताज महल, फारसी/उर्दू: سیاہ تاج محل) काले पत्थरों के साथ बना एक काल्पनिक मकबरा है जिसके बारे में कहा जाता है कि यह यमुना की दूसरी तरफ ताज महल के सामने बनाया जाना था। माना जाता है कि मुगल बादशाह शाह जहाँ ने अपनी तीसरी बीवी मुमताज़ महल की तरह अपने लिए भी एक मकबरा बनाने की इच्छा प्रगट की थी।[1]

काला ताज महल
سیاہ تاج محل
स्थानआगरा, उत्तर प्रदेश, भारत
ऊँचाई171 मीटर (561 फुट)
वास्तुशैलीमुगल निर्माण कला

काले ताज महल की बात सबसे पहले यूरोपी यात्री यां बापतीस्त तावेरनिए ने अपनी लिखतों में किया जो 1665 में आगरा पहुँचा था। यां बापतीस्त लिखता है कि शाह जहाँ ने दरिया के दूसरी तरफ अपने लिए मकबरा बनाना शुरू किया था, पर उसके बेटे औरंगजेब ने उसको कैद कर लिया। आधुनिक पुरातत्व विज्ञानी इस कथा को मिथक मानते हैं।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Black Taj Mahal Myth". मूल से 5 जुलाई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 June 2013.