कॅप्लर-२०ऍफ़ (Kepler-20f) एक ग़ैर-सौरीय ग्रह है जो पृथ्वी से लगभग ९५० प्रकाश वर्षों की दूरी पर लायरा तारामंडल में स्थित कॅप्लर-२० तारे की परिक्रमा कर रहा है। यह पहला ज्ञात ग़ैर-सौरीय ग्रह है जिसका अकार पृथ्वी से मिलता-जुलता है। इसका व्यास (डायामीटर) पृथ्वी के व्यास का लगभग १.०३ गुना है। यह अपने तारे से १.६ करोड़ किलोमीटर की दूरी पर परिक्रमा करता है, जो सूरज से बुध ग्रह (मरक्युरी) की दूरी से भी कम है। इस वजह से इसका सतही तापमान काफी गरम है और ४२७ °सेंटीग्रेड अनुमानित किया गया है। इस तापमान पर इसकी सतह पर पानी होने की कोई संभावना नहीं है और यह अपने तारे के वासयोग्य क्षेत्र में नहीं है।[1][2][3][4]

कॅप्लर-२०ई और कॅप्लर-२०ऍफ़ ग्रहों की हमारे सौर मंडल के पृथ्वी और शुक्र ग्रहों से तुलना

इस ग्रह की मिल जाने की घोषणा वैज्ञानिकों ने २० दिसम्बर २०११ को की। इस से पहले ब्रह्माण्ड में मिलने वाले सभी ग़ैर-सौरीय ग्रह पृथ्वी से बड़े थे - या तो वे गैस दानव ग्रह थे और या फिर महापृथ्वी के श्रेणी के बड़े ग्रह थे। पृथ्वी के आकार के ग्रह को देख पाने का अर्थ है कि अब वैज्ञानिकों में इस अकार के ग्रह इतनी दूरी पर खोज निकालने की क्षमता विकसित होनी शुरू हो गई है। इस ग्रह का पता कॅप्लर अंतरिक्ष यान के प्रयोग से लगाया गया। कॅप्लर-२० तारे के मंडल में कुल मिलकर पांच ग्रह ज्ञात हुए हैं और कॅप्लर-२०ऍफ़ से भी छोटा एक ग्रह मिला है जो इस तारे के और भी पास परिक्रमा करता है - इस ग्रह का नामकरण कॅप्लर-२०ई (Kepler-20e) किया गया है।

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Johnson, Michele (20 दिसम्बर 2011). "NASA Discovers First Earth-size Planets Beyond Our Solar System". NASA. मूल से 4 मई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2011-12-20.
  2. Hand, Eric (20 दिसम्बर 2011). "Kepler discovers first Earth-sized exoplanets". Nature. डीओआइ:10.1038/nature.2011.9688.
  3. Overbye, Dennis (20 दिसम्बर 2011). "Two Earth-Size Planets Are Discovered". New York Times. मूल से 26 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2011-12-21.
  4. Moskowitz, Clara (20 दिसम्बर 2011). "First Ever 'Earth-Sized' Alien Planets Discovered". Fox News Channel. मूल से 25 दिसंबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2011-12-20.