जब हिमानियों का अग्रभाग पिघलता हैं तो रेत एवं बजरी जैसे पदार्थों का टीलों के रूप में जमाव हो जाता हैं। किनारे से तिव्र ढाल वाले टीलों को केम कहा जाता हैं।