कलकत्ता ध्वज, भारत का प्रथम अनाधिकारिक ध्वज था। इसकी अभिकल्पना शचिन्द्र प्रसाद बोस ने की थी। इसे ७ अगस्त, १९०६ को पारसी बागान स्क्वेयर (ग्रीन पार्क), कोलकाता में फहराया गया था।

कोलकाता ध्वज

झंडे में बराबर चौड़ाई की तीन क्षैतिज पट्टियां थीं। शीर्ष धारी नारंगी, केंद्रीय धारी पीली और निचली पट्टी हरे रंग की थी। शीर्ष पट्टी पर ब्रिटिश-शासित भारत के आठ प्रांतों का प्रतिनिधित्व करते आठ आधे खिले हुए कमल के फूल थे और निचली पट्टी पर बाईं ओर सूर्य और दाईं ओर एक वर्धमान चाँद की तस्वीर अंकित थी। ध्वज के केंद्र में "वन्दे मातरम्" का नारा अंकित किया गया था।

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