गुर्रम कोंडा: भारत के राज्य आंध्र प्रदेश के चित्तूर ज़िले में एक तहसील / मंडल है। [1]यह गाँव, शहर बंगलूर और कडपा के मार्ग में है। टीपू सुल्तान के समय में शहर कड़पा जिले में था।अब जिला चित्तूर में है। इस शहर का प्राचीन नाम "ज़फ़राबाद" था। आज इस का नाम गुर्रम कोंडा है। तेलुगु भाषा में गुर्रम का अर्थ घोड़ा, और कोंडा का अर्थ पहाड है। गुर्रम कोंडा अर्थात "घोड़ा-पहाड" या "घोडे का पहाड" है। यहाँ का क़िला बहुत पुराना है।[2]

गुर्रम कोंडा
گرمکنڈہ - గుర్రంకొండ
गांव
मीर रज़ा अली खान मक़्बरा, गुर्रम कोंडा
मीर रज़ा अली खान मक़्बरा, गुर्रम कोंडा
गुर्रम कोंडा is located in आन्ध्र प्रदेश
गुर्रम कोंडा
गुर्रम कोंडा
Location in Andhra Pradesh, India
Countryभारत
राज्यआंध्र प्रदेश
ज़िलाचित्तूर
मंडलGurramkonda
Languages
 • Officialतेलुगु, उर्दू
समय मण्डलIST (यूटीसी+5:30)

इतिहास संपादित करें

गुर्रम कोंडा की पहाडी पर एक मज़बूत क़िला है। इस का निर्माण कडपा के नवाब अब्दुल नबी खान ने १७१४ में करवाया। आज भी यह क़िला देखने लायक़ है। कडपा के नवाब अब्दुल नबी खान काफ़ी प्रख्यात रहे। इन के काल में इनहोंने कई निर्माण करवाए, जिनमें गुर्रमकोंडे का क़िला एक है। अब्दुल नबी खान सलतनत बिजापूर के राज्यपाल थे। गुर्रम कोंडा पहाड काफ़ी ऊँचाई पर है, यहाँ पर इन्होंने एक दुर्ग बनाया जो अभेद्य माना जाता है। इस क़िले की वास्तुकला इंडो-इस्लामिक है। इस क़िले के पहाड के सामने के हिस्से में एक पुराना बड़ा शहर बसा था जिस का नाम ज़फ़राबाद था। लेकिन अब यहाँ उसके खंडर ही नज़र आते हैं।   गुर्रम कोंडे से ३ किलो मीटर पर "मक़बरा" है। यह मक़बरा, टीपू सुल्तान के मामा मीर रज़ा अली खान का है। माना जाता है कि इस मक़बरे का गुम्बद, बीजापूर के गोल गुम्बद के बाद सब से बड़ा है।

ये भी देखिए संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Chittoor District Mandals" (PDF). Census of India. पपृ॰ 446, 509. मूल (PDF) से 15 नवंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 June 2015.
  2. "Many Chittoor temples, forts in a shambles". Times of India. Tirupati. 28 May 2010. मूल से 3 जनवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 June 2015.

बाहरी कडियां संपादित करें