गैस प्रदीपन (Gas lighting) का आशय किसी गैसीय ईंधन को जलाकर प्रकाश उत्पन्न करने की प्रौद्योगिकी से है। इसमें हाइड्रोजन, मिथेन, कार्बन मोनोऑक्साइड, प्रोपेन, ब्यूटेन, एसिटिलीन और इथिलीन सहित अन्य गैसीय ईंधन प्रयोग किये जाते हैं। जब तक बिजली का प्रयोग आर्थिक और तकनीकी रूप से व्यापक नहीं हो पाया था, तब तक नगरों और उपनगरों में प्रकाश करने (प्रदीपन) के लिये गैसों का ही सर्वाधिक प्रयोग होता था।

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