गौमी सलाम

मालदीव का राष्ट्रगान है।

गौमी सलाम (दिवेही: ޤައުމީ ސަލާމް, Gaumii salaam) मालदीव का राष्ट्रगान है। इसे क़ौमी सलाम भी कहा जाता है - दिवेही भाषा में बिन्दु-युक्त 'क़' अक्षर का उच्चारण 'ग' के समान किया जाता है। इसके बोल १९४८ में मुहम्मद जमील दीदी ने लिखे थे और इसकी धुन १९७२ में श्रीलंका के प्रसिद्ध संगीतकार पंडित अमरदेव ने बनाई थी।[1][2]

ޤައުމީ ސަލާމް
गौमी सलाम
(क़ौमी सलाम)

मालदीव का राज्चिह्न

राष्ट्रीय गान
 मालदीव

बोल मुहम्मद जमील दीदी, १९४८
संगीत पंडित अमरदेव, १९७२
संगीत का नमूना
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Lyrics संपादित करें

दिवेही लिप्यंतरण अनुवाद

ޤައުމީ މިއެކުވެރިކަން މަތީ ތިބެގެން ކުރީމެ ސަލާމް
ޤައުމީ ބަހުން ގިނަހެޔޮ ދުޢާ ކުރަމުން ކުރީމެ ސަލާމް

ޤައުމީ ނިޝާނަށް ޙުރުމަތާއެކު ބޯލަނބައި ތިބެގެން
އައުދާނަކަން ލިބިގެން އެވާ ދިދައަށް ކުރީމެ ސަލާމް

ނަސްރާ ނަސީބާ ކާމިޔާބުގެ ރަމްޒަކަށް ހިމެނޭ
ފެއްސާއި ރަތާއި ހުދާ އެކީފެނުމުން ކުރީމެ ސަލާމް

ފަޚްރާ ޝަރަފް ގައުމަށް އެހޯދައިދެއްވި ބަތަލުންނަށް
ޒިކްރާގެ މަތިވެރި ޅެންތަކުން އަޑުގައި ކުރީމެ ސަލާމް

ދިވެހިންގެ އުންމޭ ކުރި އަރައި ސިލްމާ ސަލާމަތުގައި
ދިވެހީންގެނަން މޮޅުވުން އެދިތިބެ ކުރީމެ ސަލާމް

މިނިވަންކަމާ މަދަނިއްޔަތާ ލިބިގެން މިޢާލަމުގާ
ދިނިގެން ހިތާމަތަކުން ތިބުންއެދިގެން ކުރީމެ ސަލާމް

ދީނާއި ވެރިންނަށް ހެޔޮހިތުން ހުރުމަތް އަދާކުރަމުން
ސީދާ ވަފާތެރިކަންމަތީ ތިބެގެން ކުރީމެ ސަލާމް

ދައުލަތުގެ އަބުރާ ޢިއްޒަތާ މަތިވެރި އަބަދަށް
އައުދާނަވުން އެދި ހެޔޮދުޢާ ކުރަމުން ކުރީމެ ސަލާމް

गौमी मी एकुवेरिकन मती तिबेगेन कुरीमे सलाम,
गौमी बहुन गिन हेयो दुआ कुरमुन कुरीमे सलाम।

गौमी निशानाह हुरुमता एकु बोलन'बै तिबेगेन,
औदा नकन लिबिगेन ए वा दिद आह कुरीमे सलाम।

नसरा नसीबा कामियाबु गे रम्ज़काह हिमेनी,
फ़ेसा रताइ हुदा एकी फ़ेनुमुन कुरीमे सलाम।

फ़ख़रा शरफ़ गौमाह ए होदाइ देव्वी बतलुन,
ज़िक्रागे मतिवेरी ल्हेंतकुन अदुगइ कुरीमे सलाम।

दिवेहीनगे उम्मेय कुरी अरइ सिलमा सलामतुगइ,
दिवेहीनगे नन मोल्हु वुन एदी तिबेगेन कुरीमे सलाम।

मिनिवन्कमा मदनिय्यता लिबिगेन मि आलमुगइ,
दिनिगेन हिता मतकुन तिबुन एदिगेन कुरीमे सलाम।

दीनाइ वेरिन्नाह हेयो हितुन हुर्मइ अदा कुरमुन,
सीदा वफ़ातेरिकन मती तिबेगेन कुरीमे सलाम।

दौलतुगे अबुराइ इज़्ज़ता मतिवेरी वेगेन अबदह,
औदाना वुन एदी हेयो दुआ कुरमुन कुरीमे सलाम।

हम आपको इस राष्ट्रीय एकता में सलाम करते हैं,
हम राष्ट्रभाषा में बहुत शुभकामनाएँ देकर सलाम करते हैं।

क़ौमी निशान के आगे हम आदर से मस्तक झुकाते हैं,
हम इस शक्तिशाली ध्वज को सलाम करते हैं।

यह विजय, अच्छे नसीब और कामयाबी के दायरे में आता है,
अपने हरे, लाल और सफ़ेद रंगो को संजोये, हम इसे सलाम करते हैं।

उन वीरों को जिन्होनें राष्ट्र के लिए फ़ख़र (गर्व) और इज़्ज़त ढूंढी,
ज़िक्र (स्मृति) के शुभ छन्दों में सलाम करते हैं।

दिवेही-राष्ट्र (मालदीव) पहरे और रक्षा में आगे बढ़े,
और दिवेही-राष्ट्र (मालदीव) का नाम महान हो जाए।

हम आलम (दुनिया) में आज़ादी और विकास की मनोकामना करते हैं,
और उनकी दुखों से मुक्ति के लिये, हम सलाम करते हैं।

दीन (धर्म) और अपने नेताओं को पूरा आदर और श्रद्धा देते हुए,
वफ़ा और सच्चाई से हम सलाम करते हैं।

राज्य की आब्रू और इज़्ज़त हमेशा बनी रहे,
आपकी शक्ति बहाल रहने की शुभकामना के साथ, हम सलाम करते हैं।

  • आमतौर पर गाते हुए इसके पहले तीन छन्द ही गाये जाते हैं

इन्हें भी देखें संपादित करें

बाहरी जोड़ संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. India honours doyen of modern Sinhala music Archived 2013-10-21 at the वेबैक मशीन, The Hindu, R. K. Radhakrishnan, Accessed 25 अप्रैल 2013
  2. Maldives Archived 2013-09-29 at the वेबैक मशीन, National Anthems, Accessed 2013-04-25