जू-जान ख़ागानत (Jou-jan Khaganate) या रोऊरान ख़ागानत (चीनी: 柔然, Rouran Khaganate) या निरून ख़ागानत (मंगोल: Нирун, Nirun Khaganate) एक ख़ानाबदोश क़बीलों का परिसंघ था जो चीन के उत्तरी भाग और उसके पड़ौसी इलाक़ों में चौथी सदी ईसवी के अंत से छठी सदी ईसवी के मध्य तक के काल में विस्तृत था।[1] कुछ इतिहासकारों के अनुसार यह क़बीले वही थे जो बाद में यूरोप में यूरेशियाई आवार लोगों के रूप में उभरे।[2]

५०० ईसवी में जू-जान ख़ागानत
५०० ईसवी में जू-जान और उनके पड़ौसी

नाम संपादित करें

'जू-जान' को चीनी भाषा में 'रुआनरुआन' बुलाया जाता था, जिसका अर्थ 'कुलबुलाते कीड़े' है। हालांकि बहुत से इतिहासकारों ने इस जातीय द्वेष से भरे तिरस्कारपूर्वक नाम की निंदा की है फिर भी यह नाम 'रोऊरान' (Rouran) के रूप में अभी भी प्रचलित है।

इतिहास संपादित करें

जू-जान लोग मंगोल नसल के शियानबेई लोग के नेतृत्व में उन क़बीलों का परिसंघ था जो अधिकतर शियानबेई लोगों के उत्तरी चीन में चले जाने के बाद भी मंगोलिया के स्तेपी क्षेत्र में बसे रहे। इतिहास में इनका पहला ज़िक्र इनके द्वारा तिएले लोगों के हराए जाने पर मिलता है। इसके बाद इन्होने मंगोलिया से पूर्व में आधुनिक चीन के जीलिन प्रान्त तक विस्तृत एक साम्राज्य बना लिया। जू-जान के पश्चिम में हेफथाली लोगों का क़बीला रहता था जो ५वीं सदी की शुरुआत तक जू-जान के अधीन थे। हेफथालियों और जू-जान में समय के साथ कुछ अनबन हो गई और इस लड़ाई को चीनी गुप्तचरों ने बढ़ावा दिया। इस से जू-जान के परिसंघ के अन्दर विद्रोह भड़के और ५५५ ई में एक तुजुए नामक क़बीले ने (जो परिसंघ का हिस्सा हुआ करता था) ३,००० जू-जानी लोगों के सिर क़लम कर दिए। यह भी कहा जाता है कि आशीना नामक एक तुर्की क़बीला जू-जान परिसंघ का हिस्सा होता था लेकिन उन्होंने चीनी राज्यों के साथ सांठ-गांठ करके जू-जान को खदेड़ दिया और उसके बाद स्थापित होने वाली गोएकतुर्क साम्राज्य का राजपरिवार बने। माना जाता है कि इन हादसों के बाद जू-जानी लोग स्तेपी में पश्चिम की ओर भाग खड़े हुए। उनका आगे क्या बना, इस बात को लेकर इतिहासकारों में विवाद है, लेकिन कुछ यह मानते हैं कि वे पूर्वी यूरोप के आवार लोग बन गए।[3]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Lun Beiwei Changcheng Junzheng Fangwei Tixi De Jianli (On the Defensive System of Great Wall Military Town of Northern Wei Dynasty) Archived 2012-02-06 at the वेबैक मशीन, Min Zhang, China’s Borderland History and Geography Studies, Jun. 2003 Vol. 13 No. 2. Page 15.
  2. Encyclopedia of the Peoples of Asia and Oceania Archived 2013-05-28 at the वेबैक मशीन, Barbara A. West, Infobase Publishing, 2009, ISBN 978-1-4381-1913-7, ... In addition to these difficulties in tracing Rouran origins, there is also considerable debate about what happened to them after their final defeat at the hands of the Gokturks in the 550s. Many scholars believe that they migrated westward and, as the Avars, established themselves as the rulers in the region of Hungary in eastern Europe ...
  3. Pre-Modern Russia and Its World, Thomas Schaub Noonan, Kathryn Reyerson, Theofanis George Stavrou, James D. Tracy, Otto Harrassowitz Verlag, 2006, ISBN 978-3-447-05425-6, ... In 552, the Turks, led by the Asina clan, a tribal union of complex origins initially including Turkic, Iranian39 and subsequently very probably other ethnic elements (Proto-Mongolic or Para- Mongolic, Uralic and Palaeo-Siberian), toppled the Jou-jan/Asian Avar state that had been the hegemonic power over the nomads of Inner Asia ...