डी-वर्ग प्रवर्धक (क्लास - D एम्प्लिफायर) वह प्रवर्धक है जिसके निर्गम चरण में लगी एलेक्ट्रॉनिक युक्तियाँ स्विच की तरह काम करके आवश्यक आउटपुट प्रदान करती हैं। इस कारण यह सबसे अधिक दक्षता वाला प्रवर्धक है। इसके निर्गम चरण में प्रायः पॉवर मॉसफेट का उपयोग किया जाता है जो या तो पूर्णतः चालू (ऑन) होतीं हैं या पूर्णतः बन्द (ऑफ)। आन से ऑफ या ऑफ से ऑन होने में आदर्शतः शून्य समय लगता है।

डी-वर्ग प्रवर्धक का ब्लॉक आरेख
डी-वर्ग प्रवर्धक का का एक बोर्ड

डी-वर्ग प्रवर्धक प्रायः श्रव्य आवृत्ति के शक्ति प्रवर्धक के रूप में काम में लाये जाते हैं।

विशेषताएँ संपादित करें

  • से स्विचिंग प्रवर्धक हैं।
  • इनकी दक्षता सर्वाधिक होती है।
  • इनका परिपथ तीन भागों से बना होता है-
(1) PWM जनित्र,
(2) स्विच करने वाला चरण,
(3) लो-पास फिल्टर।
  • इसका आउटपुट चरण हाफ-ब्रिज हो सकता है या फुल-ब्रिज।
  • इनमें ऊर्जा का प्रवाह लोड से डीसी सप्लाई की तरफ भी होता रहता है।
  • बहुत अधिक आवृत्ति पर स्विचिंग होने के कारण ई एम आई (विद्युतचुम्बकीय व्यतिकरण) की समस्या भी हो सकती है।

इन्हें भी देखें संपादित करें

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