दर्द का रिश्ता (2014 धारावाहिक)

दर्द का रिश्ता ये एक भारतीय धारावाहिक है जिसे 17 नवंबर 2014 मे दूरदर्शन की चैनल डीडी नेशनल पर प्रसारित किया गया है।[1]

दर्द का रिश्ता
शैलीनाटक
लेखकपारस जेशवाल
निर्देशकसंजीव कोलते
प्रारंभिक थीमदर्द का रिश्ता होता है...
उद्गम देशभारत
मूल भाषा(एं)हिन्दी
सीजन कि संख्या01
एपिसोड कि संख्या243
उत्पादन
निर्मातामहेश बजाज
प्रसारण अवधिलगभग 21 मिनट
प्रदर्शित प्रसारण
नेटवर्कडीडी नेशनल
प्रकाशित17 नवंबर 2014 –
16 मई 2015

दर्द का रिश्ता धारावाहिक डीडी नेशनल पर सोमवार से गुरुवार रात 9:30 बजे आता था।[2] इस सीरियल के कुल 243 भाग थे। इस टीवी सीरियल का सूत्र था बदलते संबंधों की कहानी

कथानक संपादित करें

दर्द का रिश्ता इस धारावाहिक सीरियल की कहानी दो भाई अमरनाथ शर्मा (विनोद कपूर), केदारनाथ शर्मा (रमन खत्री) ओर उनकी माँ गंगा दीनदयाल शर्मा (सुषमा सेठ) के आसपास घूमती है।

अमरनाथ और केदारनाथ शर्मा दिल्ली शहेर में अपने पूरे परिवार के साथ एक बड़े आलीशान बंगले में रहते है।वे दोनों भाई ट्रैवेल एजेंसी का व्यवसाय करते है लेकिन वो बहुत बड़े कर्जे में डूबे होते है या तक उनका ऑफिस भी गिरवी पड़ा होता है जो वक़्त पर पैसा ना चुकाने पर नीलाम हो सकता है।एक दिन उन्हें ये ख्याल आता है कि पीली भीत नाम के गांव में जहाँ उनका जन्म हुआ था वहा उनकी खानदानी ४० एकर की जमीन है अगर वो बेच दी जाए तो उन्हें काफी पैसा मिल सकते है और वो उनसे सारा कर्ज चुका सकते है।पर उनकी माँ मन कर देती है। अमरनाथ का चचेरा भाई बांकेलाल (अनवर फतेहान) उन्हें सलाह देता है कि  उनकी माँ जब तक जिंदा है वो कभी उस जमीन को बेचने नही देगी। ये सोच कर अमरनाथ अपनी माँ के साथ अपने पिता दीनदयाल शर्मा (टॉम अल्टर) के श्राद्ध  के लिए हरिद्वार आता है ।और रात को उन्हें घाट पर ठंड में मरने के लिए छोड़ कर चला जाता है इस साजिश के बारे में सिर्फ अमरनाथ, केदरनाथ और बांकेलाल ही जानते थे।अमरनाथ बाकी घरवालो को ये कहता है की स्नान करते वख्त ठंड में काँपकर माँ की मौत हो गई।लेकिन असल मे गंगा बच जाती है वहा घाट पर मुकुंद प्रसाद चौरसिया (पंकज कालरा) नाम के एक दुकानदार की प्रसाद की दुकान होती है वो गंगा को अपने घर ले आता है वहा मुकुंद प्रसाद की पत्नी भावना (हिना राजपूत) और उसका बेटा चंदन (चंदन मदान) भी उसे बहुत मानते है और प्यार करते है और उनका ख्याल रखते है।

बांकेलाल जो अमरनाथ और केदारनाथ से बदला लेना चाहता है क्योंकि जब उसका बेटा बीमार पड़ा तब वो अमरनाथ औऱ केदारनाथ की मदद मांगता है पर उनके पास पैसा नही होने की वजह से वो मदद नही कर पाते हैं और उसके बेटे की मौत हो जाती है बांकेलाल धोखे से ४० एकर में से २० एकर हड़प कर लेता है और अमरनाथ और केदरनाथ को बांकेलाल के बारे में पता चल जाता है।

अब बांकेलाल अमरनाथ और केदारनाथ को बर्बाद करने के लिए चाले चलता है वो अमरनाथ के बेटे वैभव (आश्चर्य मिश्रा) को उसकी प्रेमिका शिखा के कत्ल के  जुर्म में फसा देता है पर अमरनाथ और मुकुंद प्रसाद का परिवार वैभव को बचा लेते है क्यो की मुकुंद प्रसाद की भतीजी सुरभि ने वैभव से शादी की होती है और आखिर में दो नो परिवार एक होकर बांकेलाल की हर चाल को निष्फल कर देते है पर बांकेलाल वैभव को मारने के कोशिस करता है वो वैभव पर गोली चलता है पर बांकेलाल की पत्नी नैना (संयोगिता भावे) बीचमे आ जाती है और मर जाती है।पुलिस बांकेलाल को गिरफ्तार कर लेती है।उसके बाद वैभव और चंदन हरिद्वार जाते है और गंगा को दिल्ली ले आत्ते है अमरनाथ अपने किये की माफी मांगता है और उसकी माँ उसे माफ कर देती है।

कलाकर संपादित करें

   वो दीनदयाल शर्मा का बड़ा बेटा, केदारनाथ का बड़ा भाई,श्रावणी का पति और वैभव का पिता है।
  वो दीनदयाल शर्मा का छोटा बेटा, अमरनाथ का छोटा भाई,सरस्वती का पति और वैभव का चाचा है।
   वो दिनदयाल शर्मा के भाई का बेटा,अमरनाथ का छोटा भाई और केदारनाथ का बड़ा भाई और नैना का पति है।
  वो अमरनाथ की पत्नी और वैभव की माँ है।
   वो केदारनाथ की पत्नी और वैभव की चाची है।
    वो बांकेलाल की पत्नी है जो वे वैभव को बचाते वख्त बांकेलाल के हाथों मारी जाती है।
      वो गंगा शर्मा का मुबोला बेटा है,वो भावना का पति,चंदन का पिता और सुरभी का फूफा है।
वो मुकुंद प्रसाद चौरसिया की पत्नी, चंदन की माँ और सुरभी की बुआ है।
  वो अमरनाथ और श्रावणी का बेटा और सुरभी का पति का है लेकिन वो कालरा की बेटी शिखा से प्यार करता है लेकीन अंत में वो सुरभी को अपना लेता है।
 वो मुकुंद प्रसाद और भावना का बेटा, और सुरभी का बड़ा भाई है।
   वो मुकुंद प्रसाद और भावना की भांजी, चंदन की छोटी बहन है और वैभव की पत्नी है।
वो गंगा के पति और अमरनाथ और केदारनाथ के पिता है।
 वो हरिद्वार का मशहूर गुंडा है वो बांकेलाल का साथी भी है लेकिन जब उसे बांकेलाल के गलत इरादे के बारे में पता चलता है तो वो बांकेलाल का साथ छोड़कर मुकुंद प्रसाद के साथ हाथ मिलाकर सारे बुरे काम छोड़ देता है और मुकुंद प्रसाद और अमरनाथ की मदद करता है।
 वो दिनदयाल की पत्नी,अमरनाथ और केदारनाथ की माँ, वैभव की दादी,मुकुंद प्रसाद की मुबोली माँ और चंदन की मुबोली दादी है।[4]

संदर्भ संपादित करें

  1. "Hindi Tv Serial Dard Ka Rishta Synopsis Aired On Channel". Nettv4u (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-02-16.
  2. "Dard Ka Rishta | DD National | Star Cast | Plot | Timings and Schedule | Promo". DROUTINELIFE - TV SERIALS & MOVIES CASTS & REVIEWS (अंग्रेज़ी में). 2014-11-25. अभिगमन तिथि 2021-02-16.
  3. "अपनी फैमिली के लिए दूसरों से लड़ते हुए नजर आएंगे चन्दन मदान". Mayapuri (अंग्रेज़ी में). 2014-11-26. मूल से 6 मई 2021 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2021-02-16.
  4. "Dard Ka Rishta". iEntertain (अंग्रेज़ी में). मूल से 7 जनवरी 2021 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2021-02-16.

बाहरी कड़िया संपादित करें