दृश्य बोध आँखों में पहुँचने वाले प्रकाश में निहित जानकारी से देखी गई चीज़ों के बारे में बोध उत्पन्न होने की प्रक्रिया को कहते हैं। सामान्य हिन्दी में दृश्य बोध को दृष्टि और नज़र भी बुलाया जाता है। दृश्य बोध के लिए शरीर के बहुत से अंगों का प्रयोग होता है, जैसे की आँखें और मस्तिष्क का प्रमस्तिष्क प्रांतस्था (सरीब्रल कोर्टेक्स).

मानव मस्तिष्क का का प्रमस्तिष्क प्रांतस्था (सरीब्रल कोर्टेक्स) वाला हिस्सा दृष्टि बोध के लिए इस्तेमाल होता है - कुछ वैज्ञानिकों का मानना है के जामुनी रंग का बहाव उन संकेतों के बारे में होता है जो यह बातें के देखी गई चीजें कहाँ हैं जबकि हरा रंग का प्रवाह यह अर्थ निकलता है के क्या देखा जा रहा है

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अंग्रेज़ी में "दृश्य बोध" को "विझ़ुअल परसॅप्शन" (visual perception) कहते हैं। "विझ़ुअल" शब्द को सही बोलने के लिए झ़ के उच्चारण पर ध्यान दें क्योंकि यह "ज़" और "झ" दोनों के उच्चारण से भिन्न है।

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