देहरादून की समीपवर्ती पहाड़ियाँ

देहरादून के आसपास अनेक पहाड़ियाँ है जो अपने प्राकृतिक वैभव या ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व के कारण जानी जाती है। इनमें से प्रमुख हैं-

चकराता से उत्तराखण्ड की वादियों का एक दृश्य

चकराता

शांत और प्रदूषण मुक्त परिवेश से सम्पन्न चकराता देहरादून से 98 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पर कुछ बेहद खूबसूरत तथा शान्तमय दर्शनीय जगहें हैं। यह ट्रेकरों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक सम्पूर्ण जगह है। यहां के सबसे अधिक देखने लायक जंगलों में शंकुधारी, रोडोडेंड्रोन और ओक के वृक्ष शामिल हैं, जो काफी देर तक प्रकृति की वादियों में विचारने व विचरण करने का शानदार अवसर उपलब्ध कराता है।

मसूरी

देहरादून से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मसूरी उन स्थानों में से एक है जहां लोग बार-बार जाते हैं। घूमने-फिरने के लिए जाने वाली प्रमुख जगहों में यह एक है। क्वीन ऑफ हिल स्टेशन के रूप में प्रसिद्ध मसूरी कई बेहद खूबसूरत जगहों से भरी है जो काफी संख्या में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। यहां के खुशनुमा मौसम के साथ-साथ सजीवता से भरा जीवन मसूरी को देश के उन हिल स्टेशनों में शुमार करता है जहां लोग सबसे अधिक जाना पसंद करते हैं। यह शहर ट्रेकिंग या हिमालय की वादियों में देवदार पेड़ों के साथ चलने का खुशनुमा अवसर उपलब्ध कराता है। कहने की जरुरत नहीं है कि यहां पर हर मौसम में आने वालों का तांता लगा रहता है।

कैम्पटी झरना

कैम्पटी झरना, जिसे अधिकाॅशत: अंग्रेजी भाषा के उच्चारण में Kempty Fall के नाम से बोला व जाना जाता है। यह प्राचीन और प्राकृतिक झरना है। यह जल-प्रपात देहरादून से लगभग पचास किलोमीटर की दूरी, मसूरी से पंद्रह किलोमीटर आगे उत्तर की ओर है। इस बहुत ऊँचाई से गिरते प्राकृतिक क जल स्रोत का पुनर्निमाण यानि पर्यटक स्थल के रूप में लगभग 150 वर्ष पूर्व, अंग्रेजी शासन काल के दौरान जौन मैकनन नामक अंग्रेज अधिकारी के द्वारा किया गया था। जो आज भी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है।

सहस्रधारा

सहस्त्रधारा या हजार झरनें देहरादून से मात्र 16 किलोमीटर की दूरी पर राजपुर गांव के पास स्थित है। यहां स्थित सल्फर झरना त्वचा की बीमारियों की चिकित्सा के लिए प्रसिद्ध है। इसकी चिकित्सा संबंधी कुछ अन्य उपादेयताएं भी हैं। खाने-पीने और अन्य तरह की चीजें बेचने वाली दुकानों के होने से यह जगह पिकनिक के लिहाज से बेहद उपयुक्त है। काफी परिवारो को यहां पर मौज-मस्ती करते हुए देखा जा सकता है। अन्य लोगों की तरह यह जगह बच्चों के बीच भी समान रूप से लोकप्रिय है।

लाखामंडल

प्रकृति की वादियों में बसा यह गांव देहरादून से 128 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यमुना नदी की तट पर है। दिल को लुभाने वाली यह जगह गुफाओं और भगवान शिव के मंदिर के प्राचीन अवशेषों से घिरा हुआ है। माना जाता है कि इस मंदिर में प्रार्थना करने से व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल जाती है। यहां पर खुदाई करते वक्त विभिन्न आकार के और विभिन्न ऐतिहासिक काल के शिवलिंग मिले हैं।

डाकपत्‍थर

यह एक प्रसिद्ध और खूबसूरत पिकनिक स्थल है, जो देहरादून से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर है। इस जगह के आर्कषणों में जल बिजली स्टेशन है, जो डाकपत्‍थर बैराज पर स्थित है। यहां पर कई गेस्ट हाउस हैं, जहां लोग ठहर सकते हैं और यहां की प्राकृतिक आभा का आनंद लेते हैं।