नागराज मंजुले
इस जीवित व्यक्ति की जीवनी में कोई भी स्रोत अथवा संदर्भ नहीं हैं। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर इसे बेहतर बनाने में मदद करें। जीवित व्यक्तियों के बारे में विवादास्पक सामग्री जो स्रोतहीन है या जिसका स्रोत विवादित है तुरंत हटाई जानी चाहिये, खासकर यदि वह मानहानिकारक अथवा नुकसानदेह हो। (अप्रैल 2019) |
इस लेख को विकिफ़ाइ करने की आवश्यकता हो सकती है ताकि यह विकिपीडिया के गुणवत्ता मानकों पर खरा उतर सके। कृपया प्रासंगिक आन्तरिक कड़ियाँ जोड़कर, या लेख का लेआउट सुधार कर सहायता प्रदान करें। (अप्रैल 2019) अधिक जानकारी के लिये दाहिनी ओर [दिखाएँ] पर क्लिक करें।
|
नागराज पोपटराव मंजुले एक भारतीय फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक हैं, जो फिल्म सैराट के लिए जाने जाते हैं और उनकी पहली लघु फिल्म, पिस्तुल्या, जिसके लिए उन्हें गैर-फीचर फिल्म श्रेणी में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ।
नागराज मंजुले | |
---|---|
जन्म |
1978 |
नागरिकता | भारत |
शिक्षा | पुणे विद्यापीठ |
पेशा | फ़िल्म निर्देशक, पटकथा लेखक, अभिनयशिल्पी[1] |
मंजुले ने मराठी में कविता की एक किताब प्रकाशित की, जिसे उन्हाच्या कटाविरद्ध नामित किया गया, जिसने भैरुरतन दामनी साहित्य पुरस्कार जीता।
प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि संपादित करें
मंजूले महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के जेऊर गांव में बड़े हुए। उन्होंने १९९७ में विवाह किया गया था, जब वह केवल १८-१९ साल के थे और बारहवीं में पढ़ रहे थे। १५ साल की शादीशुदा जीवन के बाद २०१२ में तलाक का मामला दायर किया गया था, और २०१४ में वे तलाकशुदा हो गये।
उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से मराठी साहित्य में अपना एम.ए. अर्जित किया, इसके बाद मास्टर ऑफ नूर आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स कॉलेज, अहमदनगर से संचार अध्ययन में मास्टर किया।
सन्दर्भ संपादित करें
- ↑ Error: Unable to display the reference properly. See the documentation for details.