प्रोफ़ेसर नायेफ अल-रोधन एक प्रमुख व्यक्तित्व है जिन्होंने दार्शनिक, तंत्रिका वैज्ञानिक, जियोस्त्रतेजिस्त तथा लेखक के रूप से प्रसिद्धि प्राप्त की हैं। वह एक पुरस्कार-विजयी विद्वान हैं जिन्होंने तंत्रिकाविज्ञान और अंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध के संपर्क पर ग़ौर से पथप्रदर्शक अनुसंधान किया हैं। सितंबर 2014 में नायेफ अल-रोधन को दुनियाभर में तीस सबसे प्रभावशाली तंत्रिकावैज्ञानिको में से एक माना गया था। वर्तमान में वह स्विट्जरलैंड में जिनेवा सुरक्षा नीति केन्द्र के भूराजनीति और वैश्विक भविष्य कार्यक्रम (Geopolitics and Global Futures Programme, Geneva Centre for Security Policy) के निर्देशक हैं एवम्‌ ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के सेंट. एंटनी कोलेज (St. Anthony’s College, Oxford University) में सम्माननीय फेल्लो के रूप से भी मौजूद हैं। इससे पूर्व उन्होंने हार्वर्द विश्वविद्यालय(Harvard University) में नोबेल पुरस्कार के विजेता जेम्स मुएल्लेर के साथ न्युरोतेक्नोलोजी कार्यक्रम को स्थापित किया था। प्रोफ़ेसर अल-रोधन ने हार्वर्द के चिकित्सीय विद्यालय में सेलुलर न्यूरोसर्जरी प्रयोगशाला की स्थापना भी की हैं।

नायेफ

प्रारंभिक जीवन संपादित करें

प्रोफ़ेसर अल-रोधन ने अपने पेशे की शुरुवात न्यूरोसर्जरी से की थी। सन् 1984 में इंग्लैंड के न्यूकासल विश्वविद्यालय (Newcastle University) से मेडिकल की पढ़ाई पुरी करने के बाद उन्होंने अमरीका के मिन्नेसोता में मेयो क्लिनिक (Mayo Clinic, Minnesota) से सन् 1988 को न्युरोफार्मोकोलोजी में अपना पीएचडी प्राप्त किया। सन् 1993 में वह येल विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ मेडिसिन (Yale University School of Medicine) में एपिलेप्सी सर्जरी फेल्लो के रूप से शामिल हुए। सन् 1994 में वह हार्वर्ड चिकित्सीय विद्यालय के न्युरोसर्जरी विभाग से संगठित हो गए।

प्रमुख उपलब्धियाँ संपादित करें

नायेफ अल-रोधन को तंत्रिकावैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जैसे कि-सर जेम्स स्पेंस पुरस्कार, गिब्ब पुरस्कार, फर्कुहर-मुर्रय पुरस्कार, अमेरिकन एसोसिएशन का न्यूरोलॉजिकल सर्जन पुरस्कार (दो बार), मेनिंजर पुरस्कार, न्यूरोलॉजिकल सर्जन्स कांग्रेस के वार्षिक निवासी पुरस्कार, अमेरिकन एसोसिएशन का न्यूरोलॉजिकल सर्जन के युवा अन्वेषक पुरस्कार, और न्यूरोलॉजिकल सर्जन्स कांग्रेस के वार्षिक फेलोशिप पुरस्कार। नायेफ अल-रोधन ने तंत्रिकाविज्ञान और अंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध के संपर्क की विषय में 21 किताबों को प्रकाशित किया हैं। इसके अलावा उन्होंने अनेक पत्रिकाओं में करीबन 60 लेखों के और सुरक्षा नीति के विषय में 20 रिपोर्टों का भी प्रकाशन किया हैं।

अनुसंधान मुद्दा संपादित करें

सन् 2002 से लेकर नायेफ अल-रोधन ने अपने अनुसंधान को तंत्रिकाविज्ञान और अंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध के संपर्क की ओर संकेन्द्रित किया हैं और इस विषय के ऊपर उन्होंने कई किताबों एवम्‌ लेखों को प्रकाशित किया हैं। इन प्रकाशनों के माध्यम से इन्होंने दर्शनशास्त्र और जियोस्त्रेतेजि के क्षेत्रों में कई नए अवधारणाओं को पेश किया हैं। इनमें से उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान है कि उन्होंने मानव व्यवहार के तंत्रिका संबंधी आधारों के माध्यम से आधुनिक भूराजनीति, युद्ध तथा भूमंडलीय सुरक्षा के विश्लेशण करने की कोशिश की हैं। वर्तमान में प्रोफ़ेसर अल-रोधन के अध्ययनशील अनुसंधान की रूचि इन विषयों में केंद्रित हैं-मानव प्रकृति के दर्शन; सुशासन का दर्शन; वहनीय राष्ट्रीय तथा भूमंडलीय सुरक्षा; मानवीय नियति; उभरती तकनीकी और नैतिकता, सुरक्षा तथा नीति के बीच का परिणामिक सम्बध; अंतरिक्ष की शासन और सुरक्षा।

सन्दर्भ संपादित करें

www.sustaiblehistory.com[मृत कड़ियाँ] https://web.archive.org/web/20150312180437/http://oxford.academia.edu/NayefAlRodhan https://web.archive.org/web/20150219195251/http://www.gcsp.ch/About-Us/Staff/Management/Senior-Management-Team/Prof.-Nayef-AL-RODHAN