निक होलोनिक जूनियर (जन्म: ज़ेइग्लर, इलिनोयस, ३ नवंबर, १९२८) ने प्रथम प्रकाश उत्सर्जक डायोड का आविष्कार किया था। ये आवेष्कार १९६२ में जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी की प्रयोगशाला में वैज्ञानिक के पद पर कार्य करते हुए किया था। इन्हें एल.ई.डी का जनक कहा जाता है।[1]

निक होलोनिक जू.
जन्म 3 नवम्बर 1928 (1928-11-03) (आयु 95)
ज़ेइग्लर, इलिनोयस
आवास संयुक्त राज्य
राष्ट्रीयता अमरीकी
क्षेत्र विद्युत अभियांत्रिकी
शिक्षा इलिनोयस विश्वविद्यालय;BS १९५०, MS १९५१, PhD १९५४
डॉक्टरी सलाहकार जॉन बार्डीन
उल्लेखनीय सम्मान नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (१९७३), नेशनल मेडल ऑफ साइंस (१९९०), नेशनल मेडल ऑफ टेक्नोलॉजी (२००२), आई.ई.ई.ई मेडल ऑफ ऑनर (२००३), लेमल्सन एम.आई.टी पुरस्कार (२००४), नेशनल इन्वेन्टर्स हॉल ऑफ फ़ेम (२००८)

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Wolinsky, Howard (5 फरवरी 2005). "U. of I.'s Holonyak out to take some of Edison's luster". Chicago Sun-Times. मूल से 28 फ़रवरी 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2007. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद); |date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)