पियर द फर्मा (Pierre De Fermat ; १७ अगस्त १६०१ ई. - १२ जनवरी १६६५ ई.) फ्रांसीसी वकील एवं गणितज्ञ थे।

पियरे द फर्मा

फर्मा का जन्म १७ अगस्त १६०१ ई. को बोमॉन्ट द लोमाग्ने में हुआ था। फर्मा अपने अंतिम प्रमेय के कारण अधिक प्रसिद्ध हो गए। इन्होंने अंतिम प्रमेय में बताया कि xn+yn=zn) किसी भी घनात्मक पूर्णांक से संतुष्ट नहीं होता, यदि n >2 हो। यद्यपि फर्मा ने लिखा है कि उन्होंने उपर्युक्त समीकरण सिद्ध कर दिया था किंतु साधारणतया यह विश्वास किया जाता है कि उनकी उपपत्ति में अशुद्धि है। १९९५ तक इस समीकरण की शुद्ध उपपत्ति प्राप्त नहीं हो सकी थी, यद्यपि बहुत से गणितज्ञों ने इसे सिद्ध करने का प्रयास किया। विश्लेषात्मक ज्यामिति (analytical geometry) एवं प्रायिकता (probability) पर किए गए कार्य के कारण फर्मा बहुत प्रसिद्ध हैं। १२ जनवरी १६६५ ई. को इनका देहांत हो गया।

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