जब किसी संरचना के विभिन्न अवयवों का जमाव (असेम्बली) किसी कारखाने में करके, जमे-जमाये उस सम्पूर्ण संरचना को या उसके भागों को अन्तिम स्थान पर ढोकर ले जाकर स्थापित किया जाता है तो इस तकनीक को पूर्वनिर्माण (Prefabrication) कहते हैं। यह शब्द उस पारम्परिक तकनीक से भिन्नता दर्शाने के लिये प्रयुक्त होता है जिसमें मूलभूत माल को अन्तिम स्थान तक ले जाकर सारा निर्माण और असेम्बली (जमाव) वहीं किया जाय। पूर्वनिर्माण का उपयोग घरनिर्माण के अतिरिक्त बहुत से अन्य क्षेत्रों में भी होता है, जैसे किसी बड़ी मशीन को किसी स्थान पर लगाने के लिये पहले से जमाये गये इसके अपेक्षाकृत छोटे भागों को कारखाने में ही तैयार कर लिया जाता है। उपयुक्‍त उत्‍पादन स्‍तर तथा तर्कसंगत उत्‍पादन विधियों के साथ छोटे, संभालने में सरल अवयवों पर आधारित खुली पूर्वनिर्माण प्रणालियों ने श्रम एवं सामग्री की तेजी से बढ़ती लागत पर लगाम लगाने के एक महत्‍वपूर्ण विकल्‍प के रूप में आवास विशेषज्ञों का ध्‍यान आकृष्‍ट किया है। भारत के विभिन्‍न क्षेत्रों में स्थित भवन केंद्रों ने तृणमूल स्‍तर पर पूर्वनिर्माण की अनेक प्रणालियों के प्रचार-प्रसार में सहायक की भूमिका निभाई है।

व्‍यवहारत: भवन के हर भाग यानी नींव, दीवार, दरवाजे एवं खिड़कियां, छत, लिंटेल एवं सीढ़ी के लिए आंशिक पूर्वनिर्माण का सार्थक रूप में प्रयोग किया जा सकता है। छत की लागत, जो किसी भवन परियोजना में निर्माण परिव्‍यय के प्रमुख घटकों में से एक है, पूर्वनिर्माण के प्रमुख क्षत्रों में से एक रही है।

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