उन उष्मा इंजनों को वहिर्दहन इंजन (external combustion engine) कहते हैं जिनके कार्यकारी तरल को गरम करने के लिये किसी वाह्य स्रोत का सहारा लिया जाता है। यह तरल वहिर्दहन इंजन में फैलता है और उसकी मेकैनिज्म से अन्तरक्रिया करके गति एवं उपयोगी कार्य करता है। स्टीम टर्बाइन बहिर्दहन इंजन का एक अच्छा उदाहरण है।

न्यूकमेन का इंजन : यह वाह्यदहन इंजन है जो वाष्प-इंजन का पूर्ववर्ती है। ध्यान दें कि बॉयलर को नीचे से गरम किया जा रहा है।

समान शक्ति वाला वहिर्दहन इंजन प्रायः अन्तर्दहन इंजन से अधिक बड़ा होता है। किन्तु चूँकि इसमें दहन का कार्य अलग से स्वतंत्र रूप से होता है, उसे अधिक दक्ष बनाया जा सकता है या कम हानिकारक गैसे आदि पैदा करने के हिसाब से डिजाइन किया जा सकता है।

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