बातु ख़ान (मंगोल: Бат Хаан, बात ख़ान; अंग्रेजी: Batu Khan;; जन्म: १२०७ ई अनुमानित; देहांत: १२५५ ई) एक मंगोल शासक था और सुनहरा उर्दू नामक साम्राज्य का संस्थापक था जो मंगोल साम्राज्य के अधीन एक ख़ानत थी। बातु ख़ान जोची ख़ान का पुत्र और मंगोल साम्राज्य के संस्थापक चंगेज़ ख़ान का पोता था। 'बातु' या 'बात' शब्द का अर्थ मंगोल भाषा में 'कड़ा' या 'दृढ़' होता है। उसके द्वारा शुरू किये गए साम्राज्य का रूस, पूर्वी यूरोप और कॉकस के बड़े भाग पर लम्बे अरसे तक राज रहा। चंगेज़ ख़ान के पुत्रों कि मृत्य के बाद बातु ख़ान ही उस साम्राज्य का सबसे आदरणीय राजकुंवर बना और उसे 'आग़ा' (अर्थ: बड़े भाईसाहब) के नाम से जाना जाता था।[1][2]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. The Mongols, David Morgan, John Wiley & Sons, 2007, ISBN 978-1-4051-3539-9, ... The rule of Batu in the Qipchaq steppe, however, was enduring. His khanate there is generally known as the Golden Horde, possibly a reference to the Khan's tent ...
  2. The march of the barbarians, Harold Lamb, Doubleday, Doran & Company, inc., 1940, ... 'Batu Khan,' she told Mangu, 'has lived long. He is indeed the Agha of all the grandsons of Genghis-Khan, and in the kuriltai no created being will turn aside from his word ...