मिस्री भाषा

मिस्र की सबसे प्राचीन ज्ञात भाषा

मिस्री भाषा मिस्र की सबसे प्राचीन ज्ञात भाषा है और सामी-हामी भाषा-परिवार (अफ़्रो-एशियाई भाषा-परिवार) की एक शाखा है। इसकी लिखाईयाँ ३४०० ईसापूर्व से ज्ञात हैं जिस आधार पर इसे विश्व की सबसे पुरानी लिखित भाषाओं में गिना जाता है। यह प्राचीन मिस्र की सभ्यता की भाषा हुआ करती थी लेकिन मिस्र पर मुस्लिम क़ब्ज़ा होने के बाद धीरे-धीरे अरबी भाषा ने इसका स्थान लेना आरम्भ कर दिया।[1] इसकी वंशज कोप्ती भाषा १७वीं सदी तक कुछ समुदायों में दैनिक प्रयोग की भाषा थी लेकिन वह भी अब अरबी द्वारा हटाई जा चुकी है, हालांकि कोप्ती ईसाई धर्म में यह अभी भी धार्मिक कार्यों के लिए प्रयोग होती है। इसे सहजता से बोलने वाले अब कुछ ही वक्ता बचे हैं।[2] आरम्भ में मिस्री भाषा को मिस्री चित्रलिपि में लिखा जाता था लेकिन बाद में इसे लिखने की अन्य विधियाँ भी अपनाई गई।

मिस्री भाषा
r n km.t
r
Z1
nkmmt
O49
बोलने का  स्थान प्राचीन मिस्र
मातृभाषी वक्ता
भाषा परिवार
अफ़्रीकी-एशियाई
  • मिस्री भाषा
लिपि मिस्री चित्रलिपि, प्रवाही चित्रलिपि, हिएराती, डेमोटी और कोप्ती (बाद में कभी-कभी सरकारी अनुवादों में अरबी लिपि)
भाषा कोड
आइएसओ 639-2 egy
आइएसओ 639-3 egy (कोप्ती के लिए cop)
भाषावेधशाला 11-AAA-a
एबेर्स पत्र में दमे की उपचार-विधि
एबेर्स पत्र में दमे की उपचार-विधि
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इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. The language may have survived in isolated pockets in Upper Egypt into the 19th century according to James Edward Quibell, "When did Coptic become extinct?" in Zeitschrift für ägyptische Sprache und Altertumskunde, 39 (1901), p. 87.
  2. "Coptic language’s last survivors". Daily Star Egypt, December 10, 2005 (archived)