यथार्थता एवं परिशुद्धता

इंजीनियरी, उद्योग एवं सांख्यिकी में किसी मापन की यथार्थता (accuracy) का अर्थ यह है कि माप से प्राप्त मान वास्तविक या सत्य मान के कितना निकट है। दूसरी तरफ, किसी मापन प्रणाली की परिशुद्धता (precision) का अर्थ यह है कि कई बार, अपरिवर्तित स्थियों में, उसी राशि का मापन करने पर प्राप्त मान एक निश्चित मान के कितना आस-पास बने रहते हैं। अत: परिशुद्धता को पुनरुत्पादकता (reproducibility or repeatability) भी कह सकते हैं। यद्यपि सामान्य उपयोग में ये दोनो शब्द आपस में अदला-बदली किये जा सकते हैं किन्तु वैज्ञानिविधि में जानबुझकर इनमें अन्तर माना जाता है।

अधिक यथार्थता किन्तु कम परिशुद्धता का उदाहरण (लक्ष्य, हर बार केन्द्र में मारना है।

कोई मापन निम्नलिखित चार प्रकार का हो सकता है-

  • 'यथार्थ तथा परिशुद्ध' ;
  • 'यथार्थ किन्तु अपरिशुद्ध';
  • 'अयथार्थ किन्तु परिशुद्ध' ; या
  • 'अयथार्थ तथा अपरिशुद्ध'।

किसी मापन को वैध या अच्छा तब मानते हैं जब वह "यथार्थ एवं परिशुद्ध" हो।

अधिक परिशुद्धता किन्तु कम यथार्थता का उदाहरण (लक्ष्य, हर बार केन्द्र में मारना है।

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