राम के नाम

1992 की भारतीय फिल्म

राम के नाम (अंग्रेजी: In the Name of God) भारतीय फिल्मकार आनंद पटवर्धन द्वारा 1992 में निर्मित वृत्तचित्र है। फिल्म का विषय हिंदू-राष्ट्रवादी विश्व हिन्दू परिषद का अयोध्या में बाबरी मस्जिद की साइट पर राम मंदिर का निर्माण करने के लिए अभियान और इस से शुरू हूई सांप्रदायिक हिंसा है। राम के नाम जारी की जाने के दो महीनों के बाद,विहिप कार्यकर्ताओं ने 1992 में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया और आगे हिंसा को बढावा दिया है। फिल्म ने पटवर्धन को व्यापक मान्यता अर्जित की, और कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किये।

राम के नाम
In the Name of God
चित्र:Ram ke Naam.gif
निर्देशक आनंद पटवर्धन
निर्माता आनंद पटवर्धन
प्रदर्शन तिथियाँ
  • सितम्बर 1992 (1992-09) (Film South Asia)
लम्बाई
75 मिन्ट
देश भारत
भाषायें अंग्रेजी, हिंदी

पृष्ठभूमि संपादित करें

1526 में भारतीय उपमहाद्वीप पर मुगल आक्रमण के बाद, सम्राट बाबर के एक जरनैल, मीर बाक़ी ने अयोध्या में एक मस्जिद का निर्माण करवाइया जिस का नाम उसने बाबर पर रखा. हिंदू पौराणिक कथाओं में अयोध्या भगवान राम का जन्मस्थान है।[1] कुछ लोगों का कहना है मस्जिद के लिए इस्तेमाल किये गये स्थान पर पहले एक राम मन्दिर था। 1949 तक यह स्थान हिन्दू और मुस्लिम, दोनों विश्वासों के लोगों द्वारा धार्मिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होता रहा।[2][3] उस वर्ष में राम की मूर्तियों चुपके मस्जिद के अंदर रखवा दी गई। हंगामे शुरू हो गये, और कई सिविल सूट दायर किये गये। इसे विवादग्रस्त साइट घोषित किया गया, और मस्जिद के फाटक को बंद कर दिया गया। [4]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Bhagat, Rasheeda (28 September 2010). "The Ayodhya Conundrum". द हिन्दू बिज़नस लाइन. अभिगमन तिथि 29 September 2010.
  2. van der Veer, Peter (1987). "`God must be Liberated!' A Hindu Liberation Movement in Ayodhya". Modern Asian Studies. 21 (2): 283–301. JSTOR 312648. डीओआइ:10.1017/s0026749x00013810.
  3. Narain, Harsh (1993). The Ayodhya Temple Mosque Dispute: Focus on Muslim Sources. नई दिल्ली: Penman Publications. पपृ॰ 8–9. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 81-85504-16-4.
  4. "Timeline: Ayodhya holy site crisis". बीबीसी न्यूज़. अभिगमन तिथि 19 March 2014.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें