राव गांगा राठौड़(१४८०-१५३२ ई.)

मारवाड़ (जोधपुर) के शासक थे। राव गांगा १५०८ ई. राव सूजा की मृत्यु के बाद जोधपुर के शासक बने थे। ये एक वीर राजा थे। राणा सांगा,गांगा के ससुर थे। राणा सांगा की पुत्री उत्तमदे कंवर राव गांगा की रानी थी।

१५११ ई. में जब राणा सांगा ने ईडर पर आक्रमण किया तो, गांगा स्वंय सेना सहित उसकी सहायता को गया था। मेवाड़ के शासक राणा सांगा के कहने पर पाती-पेेरवन परम्परा के तहत् अपनी एक विशाल सेना मुगलों के विरुद्ध अपने पुत्र मालदेव के नेतृत्व में खानवा के मैदान में भेेेजी थी।

राव गांगा अफीम का अत्यधिक शौकीन था। गांगा की मृत्यु के बारे में अलग-अलग बातें दी गई है। बताया जाता है कि अफीम के नशे में ही एक दिन दुर्ग से गिरकर उसकी मृत्यु हो गई थी।

इतिहासकार गोपीनाथ शर्मा के अनुसार राव गांगा के पुत्र राव मालदेव ने मेहरानगढ़ दुर्ग की दीवार से धक्का देकर इसे नीचे गिरा दिया था, जिसके कारण राव गांगा की मृत्यु हो गई |