रुब अल-ख़ाली (अरबी: الربع الخالي‎, अंग्रेज़ी: Rub' al-Khali), जिसका मतलब 'ख़ाली क्षेत्र' होता है, दुनिया का सबसे बड़ा रेत का रेगिस्तान है (अधिकतर रेगिस्तानों में रेत, पत्थरों और पहाड़ों का मिश्रण होता है)। अरबी प्रायद्वीप का दक्षिणी एक-तिहाई इलाक़ा इसमें आता है, जिसमें सउदी अरब का अधिकार क्षेत्रफल तथा ओमान, संयुक्त अरब अमीरातयमन के कुछ भाग शामिल हैं। इसका क्षेत्रफल लगभग ६,५०,००० वर्ग किमी है, यानि राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्यों को मिलाकर जितना बनता है।[1]

रुब अल-ख़ाली (الربع الخالي)
रेगिस्तान
रुब अल-ख़ाली में रेत के टीले
देश सउदी अरब, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, यमन
लंबाई 1,000 कि.मी. (621 मील)
चौड़ाई 500 कि.मी. (311 मील)
क्षेत्रफल 6,50,000 कि.मी.² (2,50,966 वर्ग मील)
बायोम रेगिस्तान
अरब प्रायद्वीप में रुब अल-ख़ाली की स्थिति
अरब प्रायद्वीप में रुब अल-ख़ाली की स्थिति
अरब प्रायद्वीप में रुब अल-ख़ाली की स्थिति
अंतरिक्ष से ली गई रुब अल-ख़ाली में रेत के टीलों की तस्वीर
रुब अल-ख़ाली में डूबता सूरज

विवरण संपादित करें

यह रेगिस्तान १,००० किमी लम्बा और ५०० किमी चौड़ा है। इसकी ऊँचाई ८०० मीटर (२,६०० फ़ुट) से ० मीटर (यानि समुद्रतल की ऊँचाई) के बीच रहती है। पूरे क्षेत्र पर रेत के टीले और हरसौंठ (जिप्सम) और छोटे कंकरों के मैदान हैं। रेगिस्तान के पूर्वी छोर पर अम्म अस-समीम जैसे इलाक़ों में कुछ सूखे नमक के मैदान हैं। यहाँ की रेत में फ़ेल्डस्पार मिश्रित है जिस से उसका रंग लाल लगता है।[2] यह क्षेत्र 'अति-शुष्क' (hyper-arid) कहलाता है और वर्षभर में यहाँ ३ सेंटीमीटर से कम औसत बारिश पड़ती है। दिन का औसत तापमान ४७ °सेंटीग्रेड होता है, लेकिन कभी-कभी ५६ °सेंटीग्रेड तक पहुँच जाता है।[3]

झीलों के फ़र्श संपादित करें

रुब अल-ख़ाली के बीच कुछ उठे हुए और सख़्त कैल्शियम कार्बोनेट, हरसौंठ और चिकनी मिटटी के क्षेत्र हैं जिनपर कभी झीलें हुआ करती थी और अब सिर्फ़ उनके सूखे फ़र्श रह गए हैं। इन फ़र्शों का अध्ययन करके ज्ञात हुआ है कि यह ९६०० ईसापूर्व से ५८०० ईसापूर्व काल में पानी से भरी थी। और अध्ययन से पता लगा है कि यहाँ झीलें दो युगों में बनी हैं: पहले ३७,००० से १७,००० वर्ष पूर्व और फिर १०,००० से ५,००० वर्ष पूर्व। यहाँ पानी क्यों आया, इस बात को लेकर वैज्ञानिकों में विवाद है। एक धारणा है कि उस काल में आमतौर से भारतीय उपमहाद्वीप पर आने वाला दक्षिणपश्चिमी मानसून हटकर कभी-कभार यहाँ बरसने लगा था।[4] यहाँ अधिकतर स्थानों पर तो इन झीलों के केवल कुछ ही वर्षों तक अस्तित्व में थीं लेकिन रुब अल-ख़ाली के दक्षिणपश्चिमी मुनदाफ़ेन​ क्षेत्र में तुवइक़​ पहाड़ियों के घाट के बहने वाले पानी के कारण कुछ झीलें शायद ८०० साल तक बनी हुई थीं।[5]

इन झीलों के सहारे यहाँ कभी तरह-तरह के जीव रहते थे। क्षेत्र में दरियाई घोड़े, भैंसे और लम्बी-सींगों वाली गाय के जीवाश्म (फ़ासिल), पानी में रहने वाले जल घोंघा जैसे सरल जीवों के चिह्न और काई और अन्य पौधों के उगने के निशान मिले हैं। यहाँ ३०००-२००० साल पूर्व मानवों के होने के भी कुछ चिह्न हैं (जैसे कि पत्थरों के औज़ार) लेकिन मानवों के शरीर अवशेष बिलकुल नहीं मिले हैं।[5]

जीव संपादित करें

रुब अल-ख़ाली में बिच्छु और चूहे जैसे जानवर रहते हैं। यहाँ पौधों की भी कम विविधता है और पूरे इलाके में केवल ३७ जातियाँ ज्ञात हैं।[6]

इतिहास संपादित करें

माना जाता है कि यह रेगिस्तान आज से २० लाख साल पहले बनना शुरू हुआ था। सउदी अरब की लोक मान्यता में रुब अल-ख़ाली में एक 'इरम' (Iram, إرَم) नामक एक शहर था जो खो चुका है। अंतरिक्ष से इस क्षेत्र को जाँच रहे उपग्रहों ने यहाँ ऊँटों के पैरों से बने रस्ते देखें हैं जो ऐतिहासिक मार्गों का चिह्न हो सकते हैं। इक्के-दुक्के स्थानों पर अब भी कुछ क़बीले रहते हैं।[7][8]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. विन्सेन्ट, पीटर (15 जनवरी 2008). Saudi Arabia: An Environmental Overview: An Environmental Overview. Psychology Press. पृ॰ 141. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-415-41387-9. मूल से 2 मई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 अक्टूबर 2012.
  2. Arabian Desert and East Sahero-Arabian xeric shrublands (PA1303) Archived 2012-01-25 at the वेबैक मशीन, Wild World, Robert Llewellyn-Smith, World Wildlife Fund, 2001, Accessed 22 अगस्त 2010
  3. "Southwestern Asia: Most of Saudi Arabia, extending into Oman, United Arab Emirates, Yemen, Egypt, Iraq, Jordan, and Syria". World Wildlife Fund. मूल से 16 जनवरी 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 अक्टूबर 2012.
  4. Profumi d'Arabia Archived 2016-05-06 at the वेबैक मशीन, Alessandra Avanzini (editor), pp. 253, L'Erma di Bertschneider, 1997, ISBN 978-88-7062-975-0, ... McClure has obtained sixteen C-14 dates from Rub al Khali lake beds bracketing an active period between 9600-5800 B.P. He suggests that the southwest monsoon was displaced in a northerly direction during this period ...
  5. Lakes of the Rub' al-Khali Archived 2010-01-13 at the वेबैक मशीन, Arthur Clark, Pages 28–33, May/June 1989 print edition, Saudi Aramco World, ISSN 0003-7567, Accessed 22 अगस्त 2010,... He speculates that the summer monsoon moved to the north twice in recent geological history, most likely creating lakes in what he calls 'one-time fill-up incidents.' 'It would rain like hell one monsoon season and then not rain in a particular area for the next 10 or 100 years,' he says ...
  6. Atlas of the World's Deserts, Nathanie Harris, pp. 53, Taylor & Francis, 2003, ISBN 978-1-57958-310-1, ... The Empty Quarter acquires its name not simply because of its lack of human population - only 37 species of vegetation have been identified throughout the area ...
  7. Van Beek, G. W. (1958). "Frankincense and myrrh in ancient South Arabia". Journal of the American Oriental Society. 78 (3): 141–152. JSTOR 595284.
  8. Thomas, B. (1993). "Ubar—the Atlantis of the sands of rub'Al Khali". Journal of The Royal Central Asian Society.