लीला दुबे (२७ मार्च १९२३ - २० मई २०१२) एक प्रसिद्ध मानवविज्ञानी और नारीवादी विद्वान थीं। वह मानवविज्ञानी और समाजशास्त्री श्यामा चरण दुबे की विधवा थीं और शास्त्रीय गायिका सुमामती मुटाटकर की एक छोटी बहन थीं। उन्होंने कई किताबें लिखीं जिस में शामिल है मत्रिलिन्य और इस्लाम: लाच्कादिव्स में धर्म और समाज और महिला और रिश्तेदारी: दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में लिंग पर तुलनात्मक दृष्टिकोण।[1][2]

लीला दुबे

लीला दुबे - अक्टूबर २००६
जन्म २७ मार्च १९२३
मौत 20 मई २०१२(२०१२-05-20) (उम्र 89)
उपनाम लीलादी

पुरस्कार संपादित करें

  • २००९ में उन्हें यूजीसी के स्वामी प्रणवन्नाथ सरस्वती पुरस्कार से समानित किया गया था।
  • २००७ में उन्हें भारतीय समाजशास्त्रीय सोसाइटी का जीवनकाल उपलब्धि पुरस्कार मिला।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Anthropological Explorations in Gender: Intersecting Fields". BookFinder.com. अभिगमन तिथि 29 May 2012. |firstlast= missing |lastlast= in first (मदद)[मृत कड़ियाँ]
  2. "Books by Leela dube". BookFinder.com. अभिगमन तिथि 29 May 2012. |firstlast= missing |lastlast= in first (मदद)[मृत कड़ियाँ]