वस्तुसूची प्रबंधन (Inventory control) के अन्तर्गत वस्तुओं की आपूर्ति, भंडारण एवं उपलब्धता (accessibility) का इस प्रकार प्रबंधन किया जाता है कि वस्तुओं की न कमी हो और न ही अतिशय भंडारण। अतिशय भंडारण के लिये अधिक स्थान लगता है; अधिक पूंजी फंसी रहती है; सामान पुराने हो जाते हैं या खराब हो सकते हैं; उनके रखरखाव पर खर्च आता है, आदि। इसी तरह आवश्यक होने पर सामान की अनुपलब्धता के कारण उत्पादन रूक जाता है जिससे आर्थिक नुकसान होता है।

वस्तुसूची प्रबंधन, किसी भी आपूर्ति शृंखला (supply chain) के तीन प्रश्नों का उत्तर देती है - कब? , कहाँ? , कितना?

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