वार्ता:आईट्रान्स ट्रान्सलिटरेशन स्कीम
लगन तुम से लगा बैथे, जो होगा देखा जायेगा, लगन तुम से लगा बैथे, जो होगा देखा जायेगा, जो होगा देखा जायेगा, जो होगा देखा जायेगा, तुम्हे अपना बना बैथे, जो होगा देखा जायेगा, कभी दुनिया से दरते थे,कि च्हुप च्हुप याद करते थे, लो अब पर्दा उथा बैथे, जो होगा देखा जायेगा, तुम्हे अपना बना बैथे, जो होगा देखा जायेगा, कभी ये जाल था दुनिया, हमे बदनाम कर देगी, सरम अब बेच खा बैथे, जो होगा देखा जायेगा, तुम्हे अपना बना बैथे, जो होगा देखा जायेगा, दिवाने बन गये तेरे, तो फिर दुनिया से क्या मतलब, तुम्हे अपना बना बैथे, जो होगा देखा जायेगा, जो होगा देखा जायेगा, जो होगा देखा जायेगा, तेरी गलियो मे आ बैथे,जो होगा देखा जायेगा, जो होगा देखा जायेगा, जो होगा देखा जायेगा, सलोनी सावली सुरत्, गले मे फुलो की माला, निगाहो मे बसा बैथे,जो होगा देखा जायेगा, तेरे दरबार आये है,फुल स्ररधा के लाये है, तेरे चरनो मे आ बैथे, जो होगा देखा जायेगा, तेरे एक इसारे पर,मे हु सर्व्त्र दे सकता, लो सबसे दिल हता बैथे,जो होगा देखा जायेगा, लगन तुम से लगा बैथे, जो होगा देखा जायेगा, लगन तुम से लगा बैथे, जो होगा देखा जायेगा,