विकिपीडिया:अच्छे लेख लिखने के सुझाव

हिन्दी विकिपीडिया हिन्दी भाषा और ज्ञान को प्रसारित करने में योगदान देने के लिये आपका अभिनन्दन करता है। इस पृष्ठ पर आप हिन्दी विकिपीडिया पर किसी भी विषय पर योगदान करने के सामान्य नियमों एवं निर्देशों की जानकारी ले सकते हैं। यहाँ देवनागरी लिपि में लिखने के उपायों पर भी निर्देश उपलब्ध हैं। इस आलेख में जो भी उदाहरण दिए गए हैं उनका उद्देश्य मात्र सही ढंग से समझाना है।

योगदान देना

  1. सभी उपयोगकर्ताओं से अनुरोध है कि वे यहाँ पर नये लेखों मे अपना योगदान करें एवं दूसरों को भी योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करें। आप पुराने लेखों मे सुधार कार्य भी कर सकते हैं। यद्यपि आप बिना विकिपीडिया के सदस्य बने भी सुधार कार्य कर सकते हैं - हालाँकि यह अनिवार्य नही हैं, किन्तु आपसे अनुरोध है कि आप हिन्दी विकिपीडिया में उपयोगकर्ता के रूप में स्वयं को - पंजीकृत -करें (विशेष:UserLogin)। जहाँ तक हो सके सभी लेखों को निष्पक्ष दृष्टि से लिखिये (Neutral Point of View -पक्षपात रहित दृष्टिकोण)। लेख राष्ट्रवादी, पक्षपातपूर्ण अथवा घृणा आधारित नहीं होना चाहिये। लेख तथ्यों पर आधारित होना चाहिये तथा जहाँ तक हो सके उचित संदर्भों का भी उल्लेख किया जाना चाहिये। सम्पादन करने लिए - अंग्रेजी-विकीपीडिया का सहायता पृष्ठ देख सकते हैं। लगभग सभी सामान्य विकिपीडिया सम्पादन सुविधाएँ हिन्दी-विकिपीडिया पर भी उपलब्ध हैं। लेख सामग्री के लिए हिन्दी विकिपीडिया पर भी अंग्रेज़ी व अन्य भाषाओं के ही सामान्य निर्देश लागू होते हैं।
  2. भारत में या विश्व में और कहीं भी अधिकतर कम्प्यूटर प्रयोगकर्ताओं द्वारा पश्चिमी शैली का कुञ्जीपटल उपयोग किया जाता है, तो हमारा परामर्श है (मानना अनिवार्य नहीं है) कि सॉफ्टवेयर से चलने वाला आभासी कुञ्जीपटल प्रयोग में लाया जाए। हिन्दी टाइपिंग हेतु मानक कीबोर्ड इनस्क्रिप्ट है जबकि नये प्रयोक्ताओं में गूगल आइऍमई सर्वाधिक लोकप्रिय है। इसका लाभ यह है कि यह फोनेटिक टाइपिंग टूल है, चूँकि अधिकतर हिन्दी भाषी चैट/मैसेजों में हिन्दी लिखने में भी रोमन लिपि (अंग्रेज़ी) का प्रयोग करते हैं। उदाहरण के लिये, इस प्रकार के औजारों में सामान्य कीबोर्ड के प्रयोग द्वारा, ga टाइप करने पर तथा ghaa टाइप करने पर घा खुद ही बन जाता है। अधिक जानकारी हेतु this article तथा हिन्दी टाइपिंग पढ़ें। इसके अतिरिक्त विकिपीडिया पर हिन्दी टाइप करने हेतु एक अन्तर्निमित टूल भी लगाया गया है ताकि कोई अन्य टूल उपलब्ध न होने पर प्रयोक्ता इससे भी हिन्दी लिख सके।

लेखों के नाम

  1. लेख का निर्माण करते समय उसका नाम हिन्दी में ही रखें। अन्य भाषाओँ के शब्द जो हिंदी भाषा में पूर्णरूपेण विलीन हो चुके हैं और जो हिंदी भाषियों में आम प्रचलित हैं, उन्हें उसी रूप में उल्लेख करना चाहिए। जैसे स्टेशन ,प्लेटफॉर्म, कंप्यूटर आदि। उर्दू या अन्य विदेशी भाषाओं के शब्दों हेतु जहाँ आवश्यक हो, नुक्ता (नीचे का डॉट) लगाने का ध्यान रखें। गैर-भारतीय नामों के लिये लेख के शीर्षक हेतु वह वर्तनी प्रयोग करें जो शुद्ध मानी जाती हो तथा जो वर्तनी अखबारों, सामान्य ज्ञान की पुस्तकों, टीवी चैनलों आदि में सामान्य रूप से प्रचलित हो, उसे शुद्ध नाम पर पुनर्निर्देशित कर दें। उदाहरण के लिये: अमरीका (प्रचलित) को अमेरिका (शुद्ध) पर पुनर्निर्देशित कर दें। साथ ही लेख का नाम नुक्तायुक्त सही वर्तनी में लिखा जाना चाहिये तथा गैरनुक्ता युक्त अशुद्ध वर्तनी वाले नाम वाला पन्ना सही वर्तनी वाले पन्ने को पुनर्निर्देशित कर दिया जाना चाहिये। उदाहरण के लिये, उस्ताद बिस्मिल्ला खान (गलत, बिना नुक्ते के) को उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ान (सही, नुक्ता युक्त) पर पुनर्निर्देशित किया जाना चाहिये।
  2. अंग्रेजी के ऍक्रोनिम/लघु रूपों हेतु रोमन लिपि में लघु नाम वाले पन्ने बनायें तथा फिर उसे हिन्दी में पूरे नाम पर पुनर्निर्देशित कर दें। उदाहरण के लिये आइपीए को अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक वर्णमाला पर रीडायरैक्ट कर दें, यूऍनओ को संयुक्त राष्ट्र संघ पर आदि। हिन्दी में संक्षिप्त नाम यथा सं॰ रा॰ सं॰ सही नहीं लगता, हालाँकि जब लघुरूप वाला नाम ही मुख्यतः प्रचलित हो तो उस नाम से भी लेख बना सकते हैं जैसे आइआरसी। लेख के नाम में यदि किसी शब्द का संक्षिप्त रुप लिखना पड़े तो उपयुक्त चिन्ह, लाघव चिन्ह (॰) का उपयोग किया जाना चाहिये, फुलस्टॉप (.) का नहीं। देखें, हिन्दी में सामान्य गलतियाँ#फुलस्टॉप तथा लाघव चिह्न की गलती। उदाहरण के लिये डॉ॰ राजेन्द्र प्रसाद लिखें, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद नहीं।
  3. लेख के शीर्षक (नाम) को शुद्ध उच्चारण तथा वर्तनी की दृष्टि से पञ्चमाक्षर में रखा जाये, चाहे वह किसी भी विषय से सम्बंधित हो। खोज तथा पुनर्निर्देशन हेतु आधुनिक वर्तनी वाले नाम को पारम्परिक (शुद्ध) पञ्चमाक्षर वाले शीर्षक पर पुनर्निर्देशित कर देना चाहिये ताकि शुद्ध उच्चारण एवं वर्तनी रहे। उदाहरण के लिये पंडित को पण्डित पर पुनर्निर्देशित किया जाना चाहिये। इसके अतिरिक्त लेख के आरम्भ में कोष्ठक में वैकल्पिक आधुनिक वर्तनी भी देनी चाहिये।
  4. लेख के शीर्षक केवल हिन्दी (देवनागरी) में ही रखे जायें। रोमन में शीर्षक बहुत ही विशिष्ट स्थितियों में रखा जाये।
  5. यदि लेख के शीर्षक का कोई प्रचलित संक्षिप्त नाम (abbreviation) है तो उसे पूरे नाम वाले पन्ने की ओर पुनर्निर्देशित कर देना चाहिये। उदाहरण के लिये आइपीए को अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक वर्णमाला पर।

लेखन शैली

  1. कोई उद्धरण देने के अतिरिक्त कहीं भी आत्मकथात्मक शैली में न लिखें। हमेशा प्रथम पुरुष (third person) शैली में ही लिखा जाना चाहिये।
  2. चूँकि हिन्दी विकिपीडिया अपनी प्रारंभिक अवस्था में है, उपयोगकर्ता दूसरी भाषाओं के विकिपिडिया से सामानान्तर लेखों के परिचय तथा आधारभूत तथ्यों को ले सकते है और छोटे लेखों का अनुवाद कर सकते हैं। इस विषय में योगदानकर्ताओं को सुझाव दिया जाता है कि वे पहले इस कार्य की उत्तम कार्यशैली देख लें।
  3. लेखन में अशुद्धियाँ टालने का प्रयत्न करें। हिन्दी में वर्तनी की विविधता, गलत वर्तनियों का प्रिण्ट मीडिया में पाया जाना तथा टाइपिंग टूल के कारण होने वाली गलतियाँ (टाइपो) अक्सर देखी जाती हैं। कुछ सर्वाधिक प्रचलित गलतियों के बारे में जानने हेतु यह लेख देखें - हिन्दी में सामान्य गलतियाँ
  4. सामान्य हिन्दी - शुद्ध हिन्दी: हिन्दी विकिपीडिया पर लेख रोजमर्रा की सामान्य हिन्दी अर्थात खड़ीबोली (हिन्दुस्तानी अथवा हिन्दी-उर्दू) में लिखे जाने चाहिये। हालाँकि तकनीकी तथा विशेष शब्दावली हेतु शुद्ध संस्कृतिनष्ठ हिन्दी के ही प्रयोग की संस्तुति की जाती है। हालाँकि बहुत जटिल उर्दू-फारसी शब्दों से परहेज किया जाना चाहिये जैसे Upper House of Parliament को संसद का उच्च सदन लिखा जाय न कि उर्दू का मिजिलस का ऐवान-ए-बाला, Foreign Minister को विदेशमन्त्री न कि उर्दू वज़ीर-ए-ख़ारिजा; knowledge/science को ज्ञान/विज्ञान, न कि इल्म। नामों के पश्चात आदरसूचक जी न लगायें, यह अविश्वकोषिक है अर्थात कृष्ण/श्री कृष्ण परन्तु कृष्ण जी नहीं। आदरणीय व्यक्तियों के बारे में लिखते समय आप तथा इसके समकक्ष प्रथम पुरुष शब्द-संयोजन का प्रयोग करें जैसे श्री वाजपेयी मध्य प्रदेश में जन्मे थे न कि वाजपेयी मध्य प्रदेश में जन्मा था परन्तु "आप" सर्वनाम का प्रयोग आत्मकथा के अंशों में न करें।
  5. अंग्रेजी का उपयोग आवश्यक होने पर ही करना चाहिये यदि उसके समकक्ष शुद्ध हिन्दी शब्द उपलब्ध न हो अथवा बहुत कठिन एवं सामान्यतः प्रयोग में न आने वाला हो या अंग्रेजी शब्द किसी अभारतीय व्यक्ति/स्थान/शब्दावली/शीर्षक का समुचित नाम हो या यदि प्रयोक्ता को समुचित अनुवाद बारे उच्च आशंका हो। लिप्यन्तरण हेतु ब्रिटिश अंग्रेजी तथा इसके मूल उच्चारण का उपयोग करें। आप लेख लिखने के दौरान अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद हेतु शब्दकोश.कॉम, गूगल शब्दकोश एवं गूगल अनुवाद की सहायता ले सकते हैं। हर अंग्रेजी शब्द हेतु उस विकल्प का प्रयोग करें जो कि रोजमर्रा की स्पोकन हिन्दी में प्रयुक्त होता हो तथा प्रसंग के अनुसार हो। नये पाला पड़े शब्दों के लिये बुद्धिमतापूर्ण अनुमानित शब्दों का प्रयोग भी किया जा सकता है जैसे कि हिन्दी में डब की गयी टीवी डॉक्यूमेण्ट्रीज़, हॉलीवुड फिल्मों आदि के अनुवाद में देखा जाता है। जैसे en:Dementor (डब की गयी हैरी पॉटर फिल्मों में प्रयुक्त) के लिये दमपिशाच आदि।
  6. हमेशा लेख की पहली एक या दो पंक्तियाँ इसकी परिभाषा (किसी मानक शब्दकोष या अन्य विकिपीडिया से) या उपयुक्त परिचय देते हुये लिखें। अर्थात ललिता सहस्रनामन हिन्दू धर्मसुधारक आदि शंकराचार्य द्वारा रचित देवी दुर्गा को समर्पित एक पूजा-मन्त्र है, जिसे कई हिन्दू रोज़ श्रद्धा से जपते हैं। न कि: ललिता सहस्रनामन मन्त्र जपने के लिये लड्डू-पेड़ा, ताम्बुल, सिन्दूर, लाल चुनरी के साथ नित्य इस मन्त्र का पाठ करें, तो जल्द ही गड़ा हुआ ख़जाना मिलेगा। संस्तुति: वैमानिक अभियान्त्रिकी विमानों की अभिकल्पना, निर्माण और प्रचालन करने का विज्ञान, कला और कार्य है। (Eng. Webster's New World Dictionary से अनुवादित) न कि: आजकल वैमानिक अभियान्तिरकी के लिये देशभर में कई कॉलेज खुल गये हैं, जिनमें अग्रणी स्थान यूटोपिया स्थित लालू-यादव टैक्निकल कॉलेज का है।
  7. देश, शहर, स्थान, भाषा, व्यक्ति, किताब, फिल्म, तकनीकी शब्दावली तथा मिथक के नामों हेतु लेख को इस प्रकार आरम्भ करें।
    • 1. नाम बोल्ड में ('''अपोलो''')
    • 2. मूल नाम मूल लिपि में यदि हो तो, प्राथमिक रुप से इटैलिक में समकक्ष हिन्दी उच्चारण सहित ([[:en:Phonetic transcription|phonological transcription]]). ([[यूनानी भाषा|यूनानी]]: Aπollων ''अपोल्लोन'')
    • 3. बाकी परिभाषा या परिचय (प्राचीन [[यूनानी धर्म]] (ग्रीक धर्म) और प्राचीन [[रोमन धर्म]] के सर्वोच्च देवता थे।) देश के नाम हेतु पहली पंक्ति में केवल मानक लघुरुप की ही आवश्यकता है। अगर किसी कठिन शब्द हेतु हिन्दुस्तानी में सामान्य नाम है तो इसका उल्लेख करें। इसलिये: अपोलो (यूनानी: Aπollων अपोल्लोन) प्राचीन यूनानी धर्म (ग्रीक धर्म) और प्राचीन रोमन धर्म के सर्वोच्च देवता थे।
  8. कृपया किसी भी लेख को बिना उपयुक्त श्रेणी के ना छोड़ें। मौजूदा श्रेणियों की सूची यहाँ देखें; आप नयी श्रेणी भी बना सकते हैं। कृपया किसी भी लेख को कम से कम एक ऑफ़ पेज के बिना न छोड़ें (जैसे en:) अन्तरविकि लिंक जिससे प्रयोक्ता लेख के नाम (माना अपोलो) को अन्ततः पुनर्निर्देशित अंग्रेजी पन्ने पर देख सकता है तथा हिन्दी लेख में जोड़ सकता है ([[en:Appolo]]))। ये अन्तरभाषिक कड़ियाँ किसी बॉट को सभी विकिपीडिया में उस लेख की सभी अन्तरविकि कड़ियों को अद्यतन करने में सहायता करेंगी। लेख के अन्त में श्रेणी तथा उल्लिखित लिंक टाइप किये जाने चाहिये। यदि लेख बहुत छोटा है तो इसे एक आधार या उप-आधार के रुप में उल्लेख करें।
  9. साँचों के प्रयोग की अनुशंसा की जाती है। साँचों की सूची यहाँ देखें। यदि कोई नया साँचा बना रहे हैं तो इसका नाम जहाँ तक हो सके, हिन्दी में दें।
  10. वाक्य की समाप्ति हेतु पूर्णविराम (।) का प्रयोग करें, पीरियड/फुलस्टॉप (.) का नहीं। पूर्णविराम, semicolon, colon तथा dash (परन्तु comma नहीं) अन्तिम शब्द के तत्काल बाद, बिना स्पेस के आते हैं। इस सम्बंध में यह तथा यह जानकारी देखें।
  11. सामान्यतः संस्कृत शब्दों के अन्त में आने वाले हलन्त को छोड़ा जा सकता है अर्थात संसद् के स्थान पर संसद, महान् के स्थान पर महान चल सकता है। हालाँकि लेख का शीर्षक यदि शुद्ध रुप में हलन्त युक्त हो तो वही रखें जैसे रामेश्वरम्
  12. इन्सर्ट टूलबॉक्स से उपयुक्त उद्धरण चिह्न “” का प्रयोग करें न कि "" का (क्योंकि ये विकिमार्कअप में प्रयुक्त होता है)।
  13. तिथियों को २ मई २००६ (ईसवी या ईसापूर्व) के रूप में लिखें। ईसवी लिखना छोड़ सकते हैं लेकिन यदि ईसापूर्व का प्रसंग हो तो लिखना आवश्यक है। समय को ३:५५ पूर्वाह्न के रुप में लिखें।
  14. सामान्य प्रत्यय वाले शब्दों को हाइफन (-) से अलग करें जैसे शास्त्र, विज्ञान, ज्ञान जैसे: रसायन-शास्त्र। अन्य अधिकतर के लिये संज्ञा-युग्म के दोनों शब्दों को अलग छोड़ दें, यदि उन्हें आमतौर पर जोड़ा जाता हो तो इकट्ठा कर दें जैसे: सामवेद।
  15. निम्न अंग्रेजी स्वरों के लिये met, mate, mat, मेट (ह्स्व स्वर, short vowel) की तरह ट्राँस्क्राइब करें, मेट (मेइट नहीं), wait को वेट (वेइट नहीं)। cot, coat, caught, आदि को कॉट, कोट, कॉट की तरह ट्राँसक्राइब करें (कौट नहीं)। अंग्रेजी /t/, /d/, /f/ and /z/ को ट, ड, फ़ तथा ज़ ट्राँस्क्राइब करें।. उदाहरण: hat हैट, mad मैड, fall फ़ॉल, hasn't हैज़ंट आदि।
  16. विकिपीडिया की परम्परा के अनुसार संस्कृत, धर्म तथा भारतीय संस्कृति सम्बंधी लेखों में पञ्चमाक्षरों का प्रयोग होना चाहिये जबकि विज्ञान, गणित, तकनीक आदि सम्बंधी लेखों में सरलता हेतु आधुनिक हिन्दी का प्रयोग किया जा सकता है।
  17. यदि मात्रा वर्ण के ऊपर नहीं है तो चन्द्रबिन्दु (ँ) का प्रयोग करें परन्तु केवल nasalization के लिये अर्थात आँख न कि आंख
  18. जब अन्य स्वर के पीछे हो तो इसकी बजाय स्वर का भी प्रयोग किया जा सकता है (जब तक कि य स्पष्ट रुप से उच्चारित न हो रहा हो)। अर्थात जायें के स्थान पर जाएँ चल सकता है परन्तु जावें नहीं; आयेगा के स्थान पर आएगा चल सकता है क्योंकि समकालीन हिन्दी में दोनों रुप चलते हैं।
  19. कृपया क्रियाविशेषणों तथा क्रियाओं में पुल्लिंग/स्त्रीलिंग तथा एकवचन/बहुवचन पर विशेष ध्यान दें। क्रियाविशेषण तथा क्रियाओं में अन्यथा वाक्य व्याकरण की दृष्टि से अशुद्ध बन जायेगा।

हम आशा करते हैं कि आपको विकिपीडिया पर सम्पादन करने, सुधारने तथा योगदान देने में आनन्द अनुभव हुआ होगा।

इन्हें भी देखें