"हनुमान चालीसा": अवतरणों में अंतर

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कारावास में गोस्वामी जी ने अवधी भाषा में हनुमान चालीसा लिखी। जैसे ही हनुमान चालीसा लिखने का कार्य पूर्ण हुआ वैसे ही पूरी फतेहपुर सीकरी को बन्दरों ने घेरकर उस पर धावा बोल दिया । अकबर की सेना भी बन्दरों का [[आतंक]]&nbsp;रोकने में असफल रही। तब अकबर ने किसी मन्त्री की परामर्श को मानकर तुलसीदास जी को कारागार से मुक्त कर दिया। जैसे ही तुलसीदास जी को कारागार से मुक्त किया गया उसी समय बन्दर सारा क्षेत्र छोड़कर चले गये।<ref name="Preeti jha २०१६">{{cite web|url=https://basukinathdham.com/who-wrote-hanuman-chalisa/|title=इस तरह उन्होंने हनुमान चालीसा की रचना की|author=Preeti jha|date=३ मई २०१६|website=Dainik Jagran|language=हिन्दी भाषा|archive-url=https://web.archive.org/web/20170408083252/http://www.jagran.com/spiritual/religion-he-composed-the-hanuman-chalisa-13960595.html|archive-date=8 अप्रैल 2017|accessdate=३ अप्रैल २०२०|url-status=live}}</ref>, इस अद्भुत घटना के बाद, गोस्वामी तुलसीदास जी की महिमा दूर-दूर तक फैल गई और वे एक महान संत और कवि के रूप में जाने जाने लगे। उनकी रचनाएं, जिसमें रामचरितमानस भी शामिल है, हिंदू धर्म में उच्च मान्यता और उत्सवों के साथ मनाई जाती हैं।
 
हनुमान चालीसा हिन्दू धर्म का सबसे अधिक लोकप्रिय स्तुति है । यह सिद्ध मंत्र की शक्ति रखता है। ऐसी मान्यता है कि इसके पाठ से सब संकट से मुक्ति मिलती है तथा सब प्रकार से कल्याण होता है।
==इन्हें भी देखें==
*[[हनुमान]]
*[[गोस्वामी तुलसीदास]]