वेंकटरमैया शांताकुमारी (उपाख्य 'शान्ताक्का' ; जन्म ०५ फरवरी १९५२) राष्ट्र सेविका समिति की वर्तमान अखिल भारतीय प्रमुख संचालिका हैं। भारत की स्त्रियों की एक संस्था है जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ही दर्शन के अनुरूप कार्य करती है और इसकी समानान्तर संस्थाओं में से एक है। वे वर्ष २०१२ से इसकी प्रमुख संचालिका हैं। वे कई वर्षों तक भारतीय विद्या भवन बेंगलुरू में अध्यापिका रही। समिति के कार्य के लिए 1995 में स्वेच्छा निवृत्ति ले लीं और अपना पूरा समय समिति के विस्तार एवं विकास के लिए दे रही हैं। इनका केन्द्र नागपुर है।[1][2]

वी॰ शांताकुमारी
16 जून 2016, बेंगलुरु में कन्नड़ पुस्तक 'सेवा क्षेत्ररा ढेरेयारू' के लोकार्पण के पश्चात वी. शांताकुमारी संबोधित करती हुई।

राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचलिका
कार्यकाल
2013 – अवलंबी
पूर्वा धिकारी प्रमिला ताई मेधे

जन्म 5 फ़रवरी 1952 (1952-02-05) (आयु 72)
बेंगलुरु, कर्नाटक, भारत
जन्म का नाम शांताकुमारी
राष्ट्रीयता भारतीय
शैक्षिक सम्बद्धता एम.एस.सी. (गणित) एवं एम.एड.
व्यवसाय प्रमुख संचलिका (राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख)
धर्म हिन्दू

संदर्भ संपादित करें

  1. "Rashtra Sevika Samiti to open hostel for women in Dehradun" [देहरादून में महिलाओं के लिए राष्ट्र सेवा समिति ने छात्रावास खोले]. दि टाइम्स ऑफ इंडिया (अंग्रेज़ी में). मूल से 8 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 अप्रैल 2018.
  2. "Vandaneeya Shanthakka will be the new Pramukh Sanchalika of Rashtra Sevika Samiti" [वंदनीया शांथक्का राष्ट्र सेवा समिति की नयी प्रमुख संचलिका होंगी] (अंग्रेज़ी में). संवदा. 20 अगस्त 2012. मूल से 24 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2018-04-25.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें