सदस्य:Ravi choudhary 1680/शतपति प्रसन्ना श्री

शतपति प्रसन्ना श्री
जन्म 2 सितम्बर 1964 (1964-09-02) (आयु 59)

शतपति प्रसन्ना श्री का जन्म 2 सितंबर 1964 भारत में हुआ, वह एक भारतीय भाषाविद् हैं।

शैक्षणिक पद संपादित करें

प्रसन्ना जी अंग्रेजी के प्रोफेसर है और वह आंध्र विश्वविद्यालय अध्यन बोर्ड के अध्यक्ष।

प्रकाशित लेख संपादित करें

प्रसन्ना श्री के प्रकाशित किये गए लेखन में शामिल हैं:

  • महिलाओं का मनोविज्ञान में पूरब और पश्चिम के पोस्ट मॉडर्न लिटरेचर
  • शेड्स ऑफ साइलेंस
  • शशि देशपांडे के उपन्यासों में महिला - एक अध्ययन [1]

प्रसन्ना श्री ने भारत में अपने काम के करियर में नयी लेखन प्रणाली तैयार की भारत के अंदर जनजातीय भाषाओं का और अल्पमत आदिवासी भाषाओं के संरक्षण के लिए। [2] [3]

प्रसन्ना श्री बहुत सारे भाषाओँ के लिए लेखन प्रणालियों बना दी है जैसे की Kupia, कोया, Língua Porja [ Pt ] जतापू, कोंडा-डोरा, गदबा, कोलम, गोंडी, Língua Kotia [ Pt ] सवारा, कुर्रु, सुगाली, लिंग्वा गौदु [ पीटी ], मुखधोरा और राणा। [1] [4]

संदर्भ संपादित करें

  1. "Curriculum Vitae of Dr. Sathupati Prasanna Sree" (PDF). Andhra University. अभिगमन तिथि 10 November 2017.
  2. "Language gets a new face". The Hindu. अभिगमन तिथि 11 November 2017.
  3. "Scripting it!". Yo! Vizag. अभिगमन तिथि 11 November 2017.
  4. "Professor Prasanna Sree". Omniglot. अभिगमन तिथि 11 November 2017.

[[श्रेणी:जीवित लोग]] [[श्रेणी:1964 में जन्मे लोग]]