सरिय्या अबू क़तादा बिन रबी अंसारी (बतन अज़्म)

सरिय्या हज़रत अबू क़तादा बिन रबी अंसारी रज़ि०(बतन अज़्म) गश्ती सैन्य अभियान मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के आदेश पर नवंबर 629 ईस्वी, और इस्लामी कैलेंडर के 8वें महीने 8 हिजरी में हुआ। [1]

सरिय्या हज़रत अबू क़तादा बिन रबी अंसारी रज़ि०(बतन अज़्म)
मुहम्मद की सैन्य उपलब्धियाँ का भाग
तिथि नवंबर 629 ईस्वी, और

इस्लामी कैलेंडर के 8वें महीने 8 हिजरी

स्थान
परिणाम

जब रसूल अल्लाहﷺ मक्का पर विजय के लिए रवाना हुए तो हज़रत अबू क़तादा बिन रबी अंसारी को 8 आदमीयों के हमराह बतन अज़्म रवाना फ़रमाया जो ज़ी अलख़शब और ज़ी एल्मर वो के दरमयान है। इस के और मदीना के दरमयान 36 मील का फ़ासला है। ये सरिया इसलिए भेजा गयाता कि मालूम हो कि इस इलाक़े की तरफ़ भी तवज्जा है और लोग बाख़बर रहें।

सराया और ग़ज़वात संपादित करें

 

इस्लामी शब्दावली में अरबी शब्द ग़ज़वा [2] इस्लाम के पैग़ंबर के उन अभियानों को कहते हैं जिन मुहिम या लड़ाईयों में उन्होंने शरीक होकर नेतृत्व किया,इसका बहुवचन है गज़वात, जिन मुहिम में किसी सहाबा को ज़िम्मेदार बनाकर भेजा और स्वयं नेतृत्व करते रहे उन अभियानों को सरियाह(सरिय्या) या सिरया कहते हैं, इसका बहुवचन सराया है।[3] [4]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Atlas Al-sīrah Al-Nabawīyah". अभिगमन तिथि 17 December 2014.
  2. Ghazwa https://en.wiktionary.org/wiki/ghazwa
  3. siryah https://en.wiktionary.org/wiki/siryah#English
  4. ग़ज़वात और सराया की तफसील, पुस्तक: मर्दाने अरब, पृष्ट ६२] https://archive.org/details/mardane-arab-hindi-volume-no.-1/page/n32/mode/1up

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें