सरिय्या ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी (मीफ़आ)

सरिय्या हज़रत ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी रज़ि० (मीफ़आ) या सरिय्या मीफ़आ का अभियान इस्लाम के पैग़म्बर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के आदेश पर जनवरी 628, 9वें महीने 7 हिजरी, इस्लामिक कैलेंडर में हुआ।

सरिय्या हज़रत ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी रज़ि० (मीफ़आ)
मुहम्मद की सैन्य उपलब्धियाँ का भाग
तिथि जनवरी 629 ई.,9वाँ महीना 7एएच
स्थान en:Mayfah
परिणाम
  • सफल ऑपरेशन, बहुत सारे ऊंटों और मवेशियों को माले ग़नीमत के रूप में पकड़ा
  • कई बहुदेववादियों को मार डाला [1][2][3]
सेनानायक
ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी अनजानn
शक्ति/क्षमता
130 संपूर्ण जनजाति (अज्ञात जनसंख्या)
मृत्यु एवं हानि
0 कई मारे गए (अज्ञात संख्या) [1][2]

अभियान संपादित करें

इस्लाम के विद्वान सफिउर्रहमान मुबारकपुरी लिखते हैं कि यह सरिय्या हजरत ग़ालिब बिन अब्दुल्लाह लैसी क नेतृत्व में बनू अवाल और बनू अब्द बिन सालबा को सज़ा देने के निए और कहा जाता है कि कबीला जुहैना की शाखा हरकात को सजा देने के लिए रवाना किया गया। मुसलमानों की तायदाद 130 थी। उन्होंने दुश्मन पर मिलकर हमला किया और जिस ने भी सर उठाया उसे कृत्ल कर दिया। फिर चौपाए और भेड़-बकरियां हांक लाए इसी झड़प में हजरत उसामा बिन जैद रजि० ने नुहैक बिन मिरदास को शहादा: لَا إِلٰهَ إِلَّا الله مُحَمَّدٌ رَسُولُ الله ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुन रसूलुल्लाह) अर्थ है 'कोई भी परमेश्वर नहीं है, परमेश्वर के सिवा, मुहम्मद उस ईश्वर के पैग़म्बर हैं' कहने के बावजूद कत्ल कर दिया था और उस पर नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने सज़ा के तौर पर फरमाया था कि तुम ने उसका दिल चीर कर क्यों न मालूम कर लिया कि वह सच्चा था या झूठा?[4]

सराया और ग़ज़वात संपादित करें

 

इस्लामी शब्दावली में अरबी शब्द ग़ज़वा [5] इस्लाम के पैग़ंबर के उन अभियानों को कहते हैं जिन मुहिम या लड़ाईयों में उन्होंने शरीक होकर नेतृत्व किया,इसका बहुवचन है गज़वात, जिन मुहिम में किसी सहाबा को ज़िम्मेदार बनाकर भेजा और स्वयं नेतृत्व करते रहे उन अभियानों को सरियाह(सरिय्या) या सिरया कहते हैं, इसका बहुवचन सराया है।[6] [7]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. ""Ghalib bin 'Abdullah Al-Laithi at the head of a platoon of 130", Witness-Pioneer.com".
  2. Mubarakpuri, Safiur Rahman (6 October 2020). The Sealed Nectar. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9798694145923. अभिगमन तिथि 17 December 2014.
  3. The life of Mahomet and history of Islam, Volume 4, By Sir William Muir, Pg 84 See bottom of page, notes section
  4. सफिउर्रहमान मुबारकपुरी, पुस्तक अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी ). "सरिय्या मीफ़आ (रमजान 07 हि०)". पृ॰ 777. अभिगमन तिथि 13 दिसम्बर 2022.
  5. Ghazwa https://en.wiktionary.org/wiki/ghazwa
  6. siryah https://en.wiktionary.org/wiki/siryah#English
  7. ग़ज़वात और सराया की तफसील, पुस्तक: मर्दाने अरब, पृष्ट ६२] https://archive.org/details/mardane-arab-hindi-volume-no.-1/page/n32/mode/1up

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें