आई एन ए कालोनी से लगी आई एन ए मार्किट किसी शापिंग काम्पलेक्स से कम नहीं है। साथ ही दिल्ली में विदेशियों की सस्ती व पसंदीदा मार्किटों में एक मानी जाती है और दूसरे नंबर पर आती है। पहले नंबर पर लोदी रोड स्थित खान मार्किट का नाम आता है। आई एन ए मार्किट को भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान से आए विस्थापितों के लिए बनाया गया था। उन्हीं विस्थापितों को यहां दुकानें भी आवंटित की गईं। आई एन ए मार्किट के ठीक सामने विश्व प्रसिध्द दिल्ली हाट है। दिल्ली हाट को किसी हाट की तर्ज पर ही तैयार किया गया है। यहां साप्ताहिक उत्सव मनाया जाता है। जो किसी थीम या विषय पर होता है। आमतौर पर राज्य विशेष, पर्व-त्योहार या मौसम को विषय बनाया जाता है। यहां राज्य विशेष से चुनिंदा कारीगरों को खासतौर पर आमंत्रित किया जाता है। दिल्लीवासियों को ही नहीं बल्कि विदेशियों को भी यह हाट बहुत पसंद आता है क्योंकि विभिन्न राज्य विशेष की चीज़ें वहीं के कारीगरों के हाथों वे एक जगह पर ही खरीद पाते हैं। आई एन ए मार्किट १९७५ के बाद से दिल्ली में विदेशी फ़लों की एकमात्र मार्किट के तौर पर मशहूर होनी शुरू हुई। अब यहां कई विदेशी ड्रिंक्स व जूस के साथ-साथ चाकलेट का भी स्वाद लिया जा सकता है। मुख्यतौर पर मध्य एशियाई देशों के उत्पादों को देखा जा सकता है। इस मार्किट के साथ ही लगी है छोटी सी कश्मीरी मार्किट। यह मार्किट भारत सरकार द्वारा कश्मीरी विस्थापितों के लिए बसाई गई। जम्मू-कश्मीर में फ़ैले आतंकवाद से तंग हो बहुत से कश्मीरियों ने दिल्ली का रुख किया। तब सरकार ने यह मार्किट स्थापित कर कश्मीरी विस्थापितों को यहां दुकानें दीं।


यहां मध्य में बाजार भी है, जो कि दिल्ली का प्रसिद्ध बाजार है, सरोजिनी नगर बाजार या मार्किट। इसके मुख्यतः चार भाग हैं:-

  • बाबू मार्किट
  • सब्जी मार्किट्
  • मन्दिर वाली ओर
  • सेन्ट्रल मार्किट