साँचा:प्रमुख चित्र सप्ताह ४७ वर्ष २०१३

महाराष्ट्र स्थित अजंता गुफाओं से गुप्त काल की छठी शताब्दी की भित्ति चित्र (मुराल पेन्टिंग)। ये चित्र अपने काल के ढेरों अन्य चित्रों की भांति ही मुक्त रूप से नग्नता, मैथुन आसनों एवं रोमांटिक विषयों को दर्शाते थे। ये चित्र उस काल में भारतीय समाज में तंत्र विद्या (यौन विद्या) के आज के वर्ज्य रूप को मान्य होने की प्रमान हैं। इसी समाज ने तब कामसूत्र एवं तंत्र विद्या को भारतीय दर्शन का अभिन्न भाग बनाया था।
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