सांसी अथवा सांसी भारत की सबसे नीची जाति है जो मूल रूप से राजस्थान और हरियाणा की है। मध्यकालीन भारत के समय में उनका कुछ बिखराव हुआ जिससे अब यह जाति राजस्थान के अतिरिक्त हरियाणा और पंजाब में भी पायी जाती है। उनकी भाषा को साँसी बोली अथवा साँसी

यह हिन्द-आर्य भाषाओं में सबसे अधिक लुप्तप्राय भाषा है जिसके लगभग 60,000 (वर्ष 2002 के अनुसार) जानने वालेसांसी हरिजन धानका धोबी कोली चमार इत्यादि भारत की सबसे नीची जाति हे जो दलित ( अछूत) हे। ंश है [1][2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Ethnologue.com: Ethnologue report for Sansi". मूल से 10 अक्तूबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 नवंबर 2018.
  2. "Language in India: Endangered Language: A Case Study of Sansiboli". मूल से 27 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 नवंबर 2018.