स्वात्माराम १५वीं-१६वीं शताब्दी के एक योगी थे। उन्होने हठयोग प्रदीपिका नामक ग्रन्थ का संकलन किया जो हठयोग का प्रसिद्ध ग्रन्थ है। गुरु गोरखनाथ सम्भवतः स्वात्माराम के गुरु थे।

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