गीतांजलि हरिवृजेश पंजाबी कवि कान्ह सिंह नाभा (1861-1938) की कविताओं का संग्रह है। नवयुग पब्लिशर्स, दिल्ली द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक के अर्थ-भाव डॉ रविंदर कौर रवि] और डॉ. जगमेल सिंह भाठुआं द्वारा किये गए हैं। [1]

संदर्भ

  1. Service, Tribune News. "Punjabi University releases collection of poems written by Bhai Kahan Singh Nabha - "Gitanjali Harivrijesh"". Tribuneindia News Service (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-08-17.