महाराजा अंजन कोलीय प्राचीन भारतवर्ष में कोलीय गणराज्य के कोली महाराजा थे एवं गणराज्य की राजधानी का नाम रामग्राम एवं देवदह था। महाराजा अंजन कोलीय भारत के इतिहास में पहले ऐसे शासक हैं जिन्होंने अपने राज में सर्व प्रथम गणतंत्र की स्थापना की थी।[1][2]

महाराजा अंजन कोलीय
महाराजा कोलीय एवं गणपति
पिताजीओकाक
पुत्रसपपबु्धा
जन्मअंजन नागवंशी
देवदह
जीवनसंगीयशोधरा (शाक्य राजकुमारी)
संतानसपपबु्धा, दंडपाणी (पुत्र) एवं मायादेवी, महाप्रजापती गौतमी (पुत्रियां)
पूरा नाम
देवदह नरेश महाराज अंजन कोलीय
शासनावधि नाम
गणपति
मृत्यूपरांत नाम
नागवंशी क्षत्रिय
घरानासूर्यवंश
पिताओकाक
धर्मक्षत्रिय धर्म

उनका विवाह शाक्य गणराज्य की राजकुमारी सुलक्षणा एवं यशोधरा से हुआ था।[3][4]

महाराजा अंजन कोलीय के दो पुत्रियां मायादेवी और महाप्रजापति गौतमी की शादी शाक्य गणराज्य के राजकुमार शुद्धोधन के साथ हुई।[5]

संदर्भ संपादित करें

  1. "महाराज अंजन थे गणतंत्र की स्थापना करने वाले पहले संम्राट". m.jagran.com. अभिगमन तिथि 2020-05-20.
  2. Ambedkar, Dr B. R. (2014-11-03). भगवान बुद्ध और उनका धम्म: भगवान बुद्ध और उनका धम्म. Ssoft Group, INDIA.
  3. </nowiki>Kosambi, Damodar Dharmanand. Bhagwan Buddh Jivan Aur Darshan. Lokbharti Prakashan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-8031-243-4.
  4. महाराजा अंजन का विवरण पाली के ग्रंथों में भी मिलता है एवं महाराजा अंजन भगवान गौतम बुद्ध के नानाजी थे।<ref>"इतिहास | जिला महराजगंज, उत्तर प्रदेश सरकार | India". अभिगमन तिथि 2020-05-20.
  5. Shrestha, Kavitaram (2017-06-29). Light of the Himalayas: A Research-Based Novel on Buddha (अंग्रेज़ी में). Xlibris Corporation. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-5434-0102-8.