अंतर्भाषाविज्ञान (Interlinguistics) लोगों के बीच में ऐसे वार्तालाप व सम्पर्क का अध्ययन है जिसमें उन लोगों की मातृभाषा अलग-अलग हो। ऐसे में किस भाषा को इस्तेमाल करा जाता है, यदि किसी सम्पर्क भाषा का प्रयोग होता है, और यदि समय के साथ-साथ किसी मिश्रित या पिजिन भाषा की उत्पत्ति होती है - यह सभी विषय अंतर्भाषाविज्ञान में सम्मिलित हैं।[1][2][3]

इन्हें भी देखें

संपादित करें
  1. Mario Wandruszka: Interlinguistik: Umrisse einer neuen Sprachwissenschaft. (’Interlinguistics: Contours of a New Linguistic Discipline’) Piper Verlag, 1982, ISBN 3-492-00314-1
  2. Jules Meysmans (1911-12): Une science nouvelle. In: Lingua Internationale (Bruxelles). 1, Nr. 8, 14-16.
  3. Herbert N. Shenton, Edward Sapir, Otto Jespersen (eds.): International Communication: A Symposium on the Language Problem. Kegan Paul, Trench, Trubner & Co., London 1931.