अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो
अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाला एक रहस्यमयी व हास्य से परिपूर्ण धारावाहिक है। यह ३१ अक्टूबर २००५ से २१ दिसम्बर २००५ तक चला।[1]
अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो | |
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शैली | रोमांचक रहस्य |
निर्माता | सागर फिल्मस् |
लेखक | मिनाक्षी सागर दीपाली जुजंप्पा |
प्रस्तुतकर्ता | स्टार प्लस |
एपिसोड कि संख्या | कुल 110 |
उत्पादन | |
प्रसारण अवधि | 23 मिनट |
प्रदर्शित प्रसारण | |
नेटवर्क | स्टार प्लस |
प्रकाशित | 31 अक्टूबर 2005 21 दिसम्बर 2005 | –
कहानी संपादित करें
इसका मुख्य पात्र नटवरलाल प्रसाद यादव बिहारी है जो एक अच्छा भूत है। वह शहर में वड़ा-पाव का ठेला लगाता है। शहर में उसके कुछ दोस्त बन जाते है जिन्हें वो बबुआ लोग कहकर पुकारता है। किसी दूसरे बुरे भूत के कारण नटवर और उसके दोस्तों के जीवन में बहुत उतार-चढ़ाव आते हैं और कई रहस्यमयी घटनाएं घटित होती है। नटवरलाल का नाम उसके दोस्त नट्टू रखते है नट्टू नामक भूत अपना यह राज अपने दोस्तों को पहले नहीं बताता लेकिन बाद में उन लोगों को यह बात पता चल जाती है। पहले वह नट्टू से डरते है लेकिन बाद में यह सच जानने के पश्चात वह कुछ समय पश्चात पुनः दोस्त बन जाते है। नट्टू को भूत बनकर भटकने से निजात पाने के लिए १०० अच्छे कार्य करने होते हैं। और यदि कोई बुरा कार्य करने पर उसे उसके स्थान पर २ और अच्छे कार्य करने पड़ते है। इस कार्य में उसके दोस्त भी उसका साथ देते हैं। यहाँ गप्पू नामक एक शैतान भूत भी रहता है जो उसे अच्छा कार्य करने से रोकता है और अपने दल में आने के लिए उसे परेशान करता रहता है। लेकिन अंत में गप्पू का अंत हो जाता है और नटवरलाल अपने अच्छे कार्य करने में सफल हो जाता है। इसके और धरती से चले जाता है। इसके पश्चात कहानी समाप्त हो जाती है।[2]
कलाकार संपादित करें
- देवेंदर चौधरी (नटवरलाल प्रसाद यादव/नट्टू)
- विवेक मशरू (अर्णव)
सन्दर्भ संपादित करें
- ↑ "अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो स्टार उत्सव पर". सुलेखा न्यूज़. अभिगमन तिथि 5 अगस्त 2014.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ "अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो". इंडिया फोरम. अभिगमन तिथि 5 अगस्त 2014.