अखोन असगर अली बशारत
अखोन असगर अली बशारत कारगिल जिला के एक लेखक और कवि है। जो भारत के केंद्र प्रशासित प्रदेश लद्दाख का एक हिस्सा है। वह बलती भाषा में लिखते है जो एक तिब्बती भाषा है। जो पाकिस्तान के गिलगित-बल्तिस्तान के बाल्टिस्तान क्षेत्र में तथा भारत के लेह जिला के नुब्रा घाटी और लद्दाख के कारगिल जिलों में जातीय बाल्टी लोगों द्वारा बोली जाती है। उनकी कोई औपचारिक स्कूल कॉलेज में शिक्षा नहीं हुई थी बल्कि 1972 में उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता द्वारा अपने घर पर स्थापित एक मदरसा में की थी यह मदरसा अपनी छात्रों को बाल्टी, फारसी और अरबी भाषण पढ़ता था। 1980 के दरम्यान उनकी कविता में रुचि हो गई और वह बाल्टी भाषा में कविता लिखने लगे। उनकी शुरुआती कविता नाट (इस्लामी पैगंबर मोहम्मद की प्रशंसा में कविता) और मनकाबत कविता (सूफी भक्ति कविता किसी भी सूफी संत की प्रशंसा में) थे[1]
अखोन असगर अली बशारत 1999 में ऑल इंडिया रेडियो के कारगिल रेडियो स्टेशन की स्थापना के पहले दिन से कविता पाठ के कार्यक्रम में नियमित रूप से भाग लेते थे। वह जम्मू और कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में होने वाले काव्य संगोष्ठियों और दूरदर्शन श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर कला, संस्कृति और भाषाओं की अकादमी और अन्य संगठनों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में नियमित रूप से आमंत्रित रहते थे।[2] बाल्टी भाषा को पुनर्जीवित करने और उसे लोकप्रिय बनाने के लिए किये गए उनके प्रयासों के लिए उन्हें 2022 में पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुना गया। [3][4]
अखोन असगर अली बशारत द्वारा बाल्टी भाषा में लिखित पुस्तकें [1]
- गुलदस्ते बशर, कविता संग्रह (२००२)
- वशीलाई नजात, फारसी से अनुवाद पर आधारित (२००६)
- बज़मे बशारत, कविता संग्रह (२०११)
- आइना ए कारगिल (कारगिल पर प्रतिबिंब)
पुरस्कार
संपादित करेंवर्ष 2022 में भारत सरकार ने साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए अखोन असगर अली बशारत को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया यह पद्म पुरस्कारों की श्रृंखला में तीसरी सर्वोच्च पुरस्कार है। यह पुरस्कार कारगिल के बलती कवि और लेखक के रूप में उनकी बलती भाषा और संस्कृति की संरक्षण और संवर्धन के लिए दिया गया।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ Ehsan Fazili. "Padma for unschooled Basharat can boost Balti language". Awaz: The Voice. Awaz: The Voice. अभिगमन तिथि 16 February 2022.
- ↑ Reach Ladakh Correspondent. "One Day Balti Cultural and Literary Meet held in Kargil". Reach Kadakh Bulletin. Reach Ladakh. अभिगमन तिथि 16 February 2022.
- ↑ "Padma Awards: Padma Awards honor heroes who have dedicated their lives to preserve languages, provide affordable medicine and much more". Bharat Times. Times of India. 26 January 2022. अभिगमन तिथि 16 February 2022.
- ↑ AIR News (26 January 2022). "Padma Shri Award conferred to two persons from Ladakh for exceptional and distinguished services". Prasar Bharati. NewsOnAIR. अभिगमन तिथि 16 February 2022.