अग्निपथ योजना
अग्निपथ योजना में अधिकारियों के पद से नीचे के सैनिकों की भर्ती के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक नई योजना है। इसकी घोषणा 16 जून 2022 को की गई।
इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले जवानों को ‘अग्निवीर’ के नाम से जाना जाएगा।[1][2][3]
Year | Soldiers |
---|---|
2015–16 | 71,804 |
2016–17 | 52,447 |
2017–18 | 50,026 |
2018–19 | 53,431 |
2019–20 | 80,572 |
2020–21 | 0 |
2021–22 | 0 |
2022–23 | 0 |
अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होनेवाले युवाओं का सेवाकाल 4 साल का होगा। इस कार्यकाल में 6 महीने की ट्रेनिंग अवधि भी शामिल है।[5]
योग्यता अथवा मापदंड
संपादित करेंकेंद्र सरकार द्वारा जल्द ही अग्निपथ योजना के लिए भर्ती शुरू की जाएगी, अग्निपथ योजना के तहत सेना का हिस्सा बनने के लिए योग्यता कुछ इस प्रकार निर्धारित की गयी है:
- अग्निपथ के लिए 17.5 साल से 23 साल के बीच के उम्मीदवार आवेदन कर सकेंगे। हालांकि असल में अग्निपथ स्कीम के तहत सेना का हिस्सा बनने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित तय आयु सिमा 17.5 साल से 21 वर्ष की है। कोरोना महामारी के कारण पिछले 2 सालों से रुकी हुई भर्ती के कारण अधिक से अधिक युवाओं को मौका देने के लिए के केवल पहले साल की भर्ती में उम्र सीमा में 2 साल की छूट दी गयी है। [6]
- आवेदन करने वाले युवा कम से कम 50 फीसदी नंबरों के साथ 12वीं पास होने चाहिए।
- भर्ती होने वाले युवाओं को छह महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके बाद 3.5 साल तक सेना में सर्विस देनी होगी।
अग्निपथ स्कीम की विशेषता
संपादित करेंहालांकि अग्निपथ स्कीम को लेकर देश के युवा, पूर्व सेना अधिकारी और नागरिकों में विभिन्न प्रतिक्रियाएं और मतभेद की स्तिथि बनी हुई है। इसके बावजूद भारत सरकार की रक्षा मंत्रालय द्वारा अग्निपथ स्कीम को लेकर गिनाये गए विशेषताएं कुछ इस प्रकार है।
- इसमें जात-पात या धर्म के आधार पर आरक्षण की बातें नहीं की गयी।
- इस योजना के जरिये भर्ती होने वाले सेना के जवान को अग्निवीर के नाम से जाना जाएगा।
- चार वर्ष की सेवा के पश्चात 25 प्रतिशत अग्निवीरों को उनकी कौशलता के आधार पर स्थाई किया जाएगा।
- स्थाई कैडर का हिस्सा बन जाने के पश्चात अग्निवीरों बाकी जवानो की ही तरह पेंशन और अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।
- सेवा समाप्ति के पश्चात अग्निवीरों को उनकी कौशलता के अनुरूप स्किल सर्टिफिकेट दिया जाएगा। जो भविष्य में उनके लिए रोजगार के रास्ते खोलेगा।
- रक्षा मंत्रालय और विभिन्न राज्यों द्वारा उनकी बहाली प्रक्रिया जैसे केंद्रीय बल, राज्य पुलिस बल इत्यादि में अग्निवीरों को तरजीह दी जाएगी।
- सेवा के दौरान किसी प्रकार की अनहोनी होने की अवस्था को मद्देनज़र अग्निवीरों को 48 लाख रूपए का बिमा किया जाएगा। [7]
- अग्निपथ स्कीम के तहत सेना के जवान अर्थात् अग्निवीरों को भी उत्त्कृष्ट प्रदर्शन के एवज में गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। [8]
सैलरी और तैनाती
संपादित करेंयोजना के तहत शुरुआती वेतन 30,000 रुपये दिया जाएगा जो कि सर्विस के चौथे साल तक बढ़ाकर 40 हजार रुपये तक हो जाएगा। सेवा निधि योजना के तहत सरकार वेतन का 30 फीसदी हिस्सा सेविंग के रूप में रख लेगी। साथ ही इसमें वह भी इतना ही योगदान करेगी। चार साल बाद सैनिकों को 10 लाख से 12 लाख रुपये दिए जाएंगे। ये पैसा टैक्स फ्री होगा। योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को कश्मीर और देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया जाएगा।[1][2]
Year | Total Monthly Salary | In Hand | Agni veer Corpus Fund Contributions(30% of Salary) | Gov Corpus Fund Contributions |
First Year | 30000 | 21000 | 9000 | 9000 |
Second Year | 33000 | 23100 | 9900 | 9900 |
Third Year | 36500 | 25500 | 10950 | 10950 |
Forth Year | 40000 | 28000 | 12000 | 12000 |
Total Contribution | 5.02 Lakhs | 5.02 Lakhs |
अग्निवीर द्वारा चार वर्षों की सेवा समाप्ति के बाद वैसे 25 प्रतिशत अग्निवीर जो सेना में स्थाई सदस्य बनेंगे, उन्हें सेवा निधि से केवल उनके द्वारा किये गए जमा राशि प्राप्त होंगे। इसके अलावा वैसे जो 4 साल की सेवा समाप्ति के पश्चात सेना से बाहर होंगे उन्हें सेवा निधि के तहत लगभग 10.04 लाख रूपए ब्याज सहित दी जाएगी। जिसका इस्तेमाल पढाई, व्यवसाय या अन्य कार्यों में अग्निवीर कर सकेंगे।
अग्निपथ योजना का उद्देश्य
संपादित करें- अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना।
- अग्निपथ योजना के अंतर्गत जुड़े युवाओं को सशक्त और मज़बूत बनाना।
- देश की बेरोज़गारी को कम करना।
- युवाओं को अपने आने वाले भविष्य के लिए तैयार करना।
- सेना से जुड़े प्रशिक्षण देकर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना।
- युवाओं के बीच अनुशासन के प्रति जागरूकता पैदा करना।
अग्निवीर का पहला बैच (2023)
संपादित करेंभारतीय सेना के सबसे पुराने और सबसे बड़े प्रशिक्षण केंद्रों में से एक, नासिक रोड स्थित आर्टिलरी सेंटर सेना द्वारा अग्निवीरों के रूप में भर्ती किए गए युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए स्वीकृत स्थानों में से एक है। 5000 अग्निवीरों का पहला बैच आर्टिलरी सेंटर में 31 सप्ताह के कठोर प्रशिक्षण से गुजरेगा, जिसमें से पहले 10 सप्ताह बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण के लिए होंगे, जबकि शेष 21 सप्ताह उन्नत प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए होंगे। अग्निवीरों को उनकी योग्यता और कौशल के आधार पर चार विषयों में विभाजित किया जाएगा- ड्राइवर, गनर, रेडियो ऑपरेटर और तकनीकी सहायक।[9]
तैयारियों की समीक्षा के लिए उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) ने जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (जेएकेएलआई) रेजिमेंट सेंटर, उधमपुर जिले के धंसल में स्थित 'आर्ट अग्निवीर प्रशिक्षण सुविधा' का दौरा किया। और पहले बैच के लिए व्यवस्था।.[10]
भारतीय सशस्त्र बल 2023 में भारतीय सेना में 40,000 सहित 46,000 अग्निवीरों की भर्ती करेंगे।[11] शेष 3,000 अग्निवीर प्रत्येक को भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाएगा।[12] भारतीय सेना के लगभग 19,000 अग्निवीरों ने जनवरी 2023 से पूरे भारत में लगभग 40 केंद्रों पर प्रशिक्षण शुरू किया, जबकि दूसरे बैच के 21,000 अग्निवीर मार्च 2023 में प्रशिक्षण शुरू करेंगे।[13] अग्निवीरों में से 25% अग्निवीरों को चार साल के कार्यकाल के अंत में भारतीय सेना द्वारा बनाए रखा जाएगा, जबकि शेष को राहत दी जाएगी।[14]
हैदराबाद
संपादित करें1 जनवरी 2023 को, हैदराबाद में गोलकुंडा आर्टिलरी सेंटर में 2,264 अग्निवीरों के पहले बैच के लिए 31-सप्ताह का व्यवस्थित प्रशिक्षण शुरू हुआ।[15][16] लगभग 3,000 के दूसरे बैच का प्रशिक्षण 3 मार्च 2023 से शुरू होगा।[17]
नासिक
संपादित करेंजनवरी 2023 में, नासिक रोड स्थित आर्टिलरी सेंटर में 2,640 अग्निवीरों के पहले बैच का प्रशिक्षण शुरू हुआ।[18][19] दूसरे बैच का प्रशिक्षण मार्च 2023 में शुरू होगा। इन अग्निवीरों को भारतीय सेना में गनर (तोपची), तकनीकी सहायक, रेडियो ऑपरेटर और मोटर चालक के रूप में सेवा करने का अवसर मिलेगा।[20]
रानीखेत
संपादित करेंजनवरी 2023 में 796 अग्निवीरों का प्रशिक्षण कुमाऊं रेजीमेंट के रेजिमेंटल मुख्यालय रानीखेत के सोमनाथ शर्मा परेड मैदान में शुरू हुआ।[21]
संदर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ इ "Agnipath Scheme का एलान, राजनाथ सिंह ने कहा- 4 साल के लिए सेना में भर्ती होंगे युवा, जानें- क्या है अग्निपथ योजना का लक्ष्य". Dainik Jagran. अभिगमन तिथि 2022-06-18.
- ↑ अ आ इ "What is Agneepath: नई पहल से सेना की रेजिमेंटल प्रणाली में नहीं होगा कोई भी बदलाव, यहां जानें प्रमुख सवालों के जवाब". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 2022-06-18.
- ↑ "Agniveer Bharti 2022: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, 46000 Agniveer Recruitment चयन प्रक्रिया". Sarkari Yojana. अभिगमन तिथि 2022-06-18.
- ↑ De, Abhishek (18 June 2022). "Why Is There So Much Anger Against Agnipath Scheme, Especially In North India?". news.abplive.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 25 June 2022 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 June 2022.
- ↑ "Agnipath Scheme क्या है? कौन बन सकता है Agniveer? कितनी मिलेगी सैलरी? यहां जानें सबकुछ". प्रभात खबर. 15 जून 2022.
- ↑ "अग्निपथ योजना : इस साल भर्ती के लिए सरकार ने बढ़ाई उम्र सीमा, 23 वर्ष तक के युवा कर सकेंगे आवेदन". आज तक. अभिगमन तिथि 2022-06-18.
- ↑ "Agnipath Scheme: Agniveer Salary, Eligibility, Age Limit, and Benefits". indoGeeks (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-06-28.
- ↑ "अग्निवीरों को भी मिलेंगे गैलेंट्री अवॉर्ड". ndtv. अभिगमन तिथि 2022-06-28.
- ↑ Sonawane, Santosh. "1st Agniveer Batch Arrives At Nashik's Artillery Centre | Nashik News - Times of India". Times Nation (अंग्रेज़ी में). The Times of India. अभिगमन तिथि 8 January 2023.
- ↑ Khajuria, Sanjay (6 January 2023). "GOC-in-C Lt Gen Dwivedi reviews 1st batch of Agniveers training provisions at Dhansal - Times of India". The Times of India (अंग्रेज़ी में). The Times of India. अभिगमन तिथि 9 January 2023.
- ↑ "Army to hold 83 recruitment rallies to recruit around 40,000 'Agniveers'".
- ↑ "Indian Navy receives million applications for 3,000 Agniveer posts; 82,000 women".
- ↑ "Army starts training its 1st batch of 19,000 Agniveers — hi-tech simulators, ethos crash course".
- ↑ "Here's What Veterans Have to Say as Training for First Batch of 'Agniveers' Begins".
- ↑ "First batch of Agniveers start training at Golconda Artillery in Hyderabad".
- ↑ "31-week training for Agniveers under way at Artillery Centre-Hyderabad".
- ↑ "Agniveers's second batch begin training".
- ↑ "Motivated agniveers arrive at Artillery Centre in Nashik for 31-week-long gruelling training".
- ↑ "First Agniveer batch arrives at Nashik's Artillery Centre".
- ↑ "Maharashtra: 2,600 Agniveers Join Training At Artillery Centre, Nashik".
- ↑ "Agniveers breathe fire in 'optimised' training".