अग्नि-शामक यन्त्र या अग्नि-निर्वापक यन्त्र एक हस्तसक्रिय अग्नि सुरक्षा उपकरण है जो सामान्यतः आपातकालीन स्थितियों में अक्सर छोटी अग्नियों के शमन या नियन्त्रण के लिए शुष्क या आर्द्र रसायन से भरा होता ह। यह नियन्त्रण-से-बाहर अग्नि पर प्रयोग के लिए अभिप्रेत नहीं है, (जैसे कि जो छत तक पहुंच गया है, प्रयोगकर्ता लिए विपज्जनक हो सकती ता ही, बचने का कोई रास्ता नहीं धूम्र, विस्फोट का संकट, आदि), या अन्यथा उपकरण, कर्मियों की आवश्यकता होती है , संसाधन, और/या दमकल कर्मियों की विशेषज्ञता। साधारणतः, एक अग्निशामक में एक हस्तसक्रिय बेलनाकार दाब पात्र होता है जिसमें एक घटक होता है जिसे अग्निशमन के लिए छोड़ा जा सकता है। गैर-बेलनाकार दाब पात्रों के साथ निर्मित अग्निशामक भी मौजूद हैं, किन्तु कम सामान्य हैं।

एक अग्नि-शामक यन्त्र

मुख्य रूप से अग्निशमन यंत्र दो तरह के होते हैं - भण्डारित दाब (stored pressure) वाले तथा उत्पादित दाब (generated pressure) वाले।

अग्निशमन यंत्र के प्रकार-

1- वाटर टाईप - इसका उपयोग ठोस प्रकार की आग बुझाने के लिए किया जाता है जैसे की लकड़ी, कागज, गत्ता आदि।
2- मैकेनिकल फोम टाईप - इसका उपयोग तेल से लगने वाली आग बुझाने के लिए किया जाता है जैसे की पेट्रोल, डीज़ल, थिनर ,पेंट आदि से लगने वाली आग।
3- ए. बी. सी. टाईप - इसका उपयोग ABC तीनों प्रकार की आग के लिए किया जाता है। (SOLID , LIQUID , GAS)
4- कार्बन डाई ऑक्साइड टाईप - इसका उपयोग बिजली की आग के लिए किया जाता है और गैस एवं तेल से लगने आग के लिए किया जाता है।
5- क्लीन एजेंट टाईप - इसका उपयोग कंप्यूटर, सर्वर एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की आग बुझाने के लिए किया जाता है।
6- वाटर मिस्ट टाईप - इसका उपयोग खाद्य पदार्थ एवं ठोस प्रकार की आग बुझाने के लिए किया जाता है जैसे की खाद्य सामग्री, लकड़ी, कागज आदि।

इन्हें भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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