विद्युत-शक्ति प्रणाली के सन्दर्भ में, अतिधारा (overcurrent) से आशय किसी विद्युत चालक में जितनी धारा अपेक्षित है, उससे अधिक धारा का बहना है। अतिधारा के कारण उस चालक में इतनी ऊष्मा उत्पन्न होती है कि वह चालक टूट सकता है या उसका इन्सुलेशन खराब होकर वह दूसरे चालक से सट सकता है। इससे आग भी लग सकती है। अतिधारा प्रवाह के कई कारण हो सकते हैं जिनमें लघु परिपथ (short circuit) सबसे प्रमुख है। अतिधारा के दुष्प्रभावों से बचने के लिए फ्यूज, परिपथ विच्छेदक, धारा सीमक (current limiters) आदि का उपयोग किया जाता है।